कोटा. कोटा विश्वविद्यालय सहित जिले के 12 सरकारी कॉलेजों में शनिवार को छात्रसंघ चुनाव की मतगणना हुई. जिनमें निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी. 7 जगह पर निर्दलीय जीते. जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को 3 और एनएसयूआई को 2 जगह पर जीत मिली. निर्दलीय प्रत्याशियों ने कोटा विश्वविद्यालय गवर्नमेंट साइंस, कॉमर्स, संस्कृत, विधि, सांगोद और इटावा के कॉलेज में जीत दर्ज की. जबकि एबीवीपी को संभाग के सबसे बड़े कॉलेज गवर्नमेंट आर्ट के साथ जेडीबी आर्ट्स और कॉमर्स में जीत मिली. वहीं एनएसयूआई को जेडीबी साइंस और रामगंजमंडी के कॉलेज जीतने में सफलता मिली.
एबीवीपी को मिली हार, फिर निर्दलीय अजय पारेता बने अध्यक्ष: कोटा विश्वविद्यालय की बात की जाए तो निर्दलीय और एबीवीपी के बीच मुकाबला था. एनएसयूआई ने यहां पर प्रत्याशी व पैनल खड़ा नहीं किया था. जिसमें निर्दलीय अजय पारेता 66 वोट से अध्यक्ष बने. अजय पारेता को 281 तो एबीवीपी के प्रत्याशी अंतिमा नागर को 215 वोट मिले. उपाध्यक्ष पद पर 122 वोट से शुभम नागर, महासचिव पद पर 82 वोट से जीत के साथ धनराज राठौड़ चुने गए.
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जबकि संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के परीक्षित गोस्वामी 35 वोट से जीते. अजय पारेता को पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष लोकेश गुंजल ने भी समर्थन किया था. वहीं कोटा विश्वविद्यालय में बीते चुनावों में भी एबीवीपी की हार हुई थी, लेकिन फर्जी मार्कशीट चलते अध्यक्ष का निर्वाचन रद्द हो गया था. इस साल को मिलाकर बीते 11 चुनाव की बात की जाए तो भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 6 और निर्दलीय 3 बार जीते हैं. जबकि एनएसयूआई यहां पर खाता भी नहीं खोल पाई.
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बड़े अंतर से मिली जीत: संभाग के सबसे बड़े कॉलेज राजकीय कला महाविद्यालय में एबीवीपी के प्रत्याशी मनीष सामरिया अध्यक्ष चुने गए. अध्यक्ष पद के लिए 5 प्रत्याशी मैदान में थे. जिसमें अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सामरिया को 1265 वोट मिले. उनके नजदीकी उम्मीदवार को 624 मत मिले. इस तरह मनीषा सामरिया ने नजदीकी उम्मीदवार को 641 वोटों से हराया. यह जीत का अंतर नजदीकी प्रत्याशी को मिले वोट से भी ज्यादा है. इसी तरह से उपाध्यक्ष पद पर भी 5 प्रत्याशी थे, जिनमें तरुण केवल 917 वोटों से विजयी रहे. उन्होंने नजदीकी उम्मीदवार अजय मीणा को 6 वोट से हराया. वहीं महासचिव पद के लिए भी 5 उम्मीदवार मैदान में थे. इनमें मनीष गुर्जर 1433 वोट देकर विजयी रहे. उन्हें सर्वाधिक वोट मिले. नजदीकी उम्मीदवार को अबरार हुसैन को 630 वोट मिले. जबकि सचिव पद के लिए एबीवीपी के प्रत्याशी कुश कुमार पटोला को हार का सामना करना पड़ा. यहां पर निर्दलीय उम्मीदवार महिमा सुमन 981 वोट लेकर जीती.
गवर्नमेंट साइंस कॉलेज में चौथी बार संयुक्त मोर्चा का कब्जा: गवर्नमेंट साइंस कॉलेज में लगातार चौथी बार संयुक्त मोर्चा अपने प्रत्याशियों को जिताने में कामयाब रहा. यहां पर संयुक्त मोर्चा के आशीष मीणा अध्यक्ष चुने गए. उन्हें कुल वोट 983 में से 661 यानी एक तिहाई मत मिले. इसी तरह से महासचिव नितेश नागर, उपाध्यक्ष अवधेश सिंह सोलंकी और संयुक्त सचिव आवेश खत्री चुने गए. यह चुनाव संयुक्त मोर्चा के संरक्षक जितेंद्र चौधरी हाथीखेड़ा व पूर्व प्रेसिडेंट विनयराज सिंह ने लड़वाया था.
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कॉमर्स कॉलेज में निर्दलीय अर्पित जैन बने अध्यक्ष, 2 पदों पर एबीवीपी का कब्जा: गवर्नमेंट कॉमर्स कॉलेज की बात की जाए, तो यहां पर सब से लेट नतीजे घोषित किए गए. यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी अर्पित जैन 735 वोट से जीतने में सफल रहे. उन्होंने एबीवीपी के प्रत्याशी दीपांशु पारेता को 142 वोट से हराया. जबकि उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के केशव दीक्षित 2 वोट से जीते. इसी तरह से महासचिव पद पर निर्दलीय रजत कुमार 189 वोट व एबीवीपी की सीमा दीक्षित 233 वोटों से जीती. यहां पर अर्पित जैन को कांग्रेस नेता विद्या शंकर गौतम और उनकी टीम ने चुनाव लड़वाया था.
छात्राओं की कॉलेज ने बचाई एबीवीपी की लाज: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की कोटा में छात्राओं की कॉलेज ने लाज बचा ली. तीन महिला महाविद्यालय में दो पर एबीवीपी का कब्जा और 1 पर एनएसयूआई जीती. संभाग के सबसे बड़े छात्रा महाविद्यालय जेडीबी आर्ट्स कॉलेज में एबीवीपी का पूरा पैनल जीता. यहां शिवानी दुबे अध्यक्ष बनीं. उन्होंने अपने नजदीकी उम्मीदवार निर्दलीय निशा मीणा को 136 वोट से हराया. शिवानी दुबे को 569 तो निशा मीणा को 433 वोट मिले. इसी तरह से उपाध्यक्ष पद पर अंजलि मालव को 596 वोट मिले. उन्होंने 243 मत से जीत दर्ज की. नजदीकी उम्मीदवार सुनीता गुर्जर को 353 वोट मिले. इसी तरह से महासचिव पद पर रिंकी गोचर 24 वोट से जीती. उन्हें 486 वोट मिले, जबकि दूसरी प्रत्याशी ज्योति मीणा को 465 वोट मिले. संयुक्त सचिव पद पर पहले ही निर्दलीय प्रियंका मीणा का निर्वाचन हो गया था.
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जेडीबी गर्ल्स कॉमर्स कॉलेज में भी एबीवीपी का अध्यक्ष बना है. यहां पर एबीवीपी के साथ दो अन्य पैनल भी मैदान में थे. जिनमें अध्यक्ष पद पर दीप्ति मेवाड़ा 48 वोट से जीती. उन्होंने अपने नजदीकी उम्मीदवार माधवी सेन को हराया. वहीं उपाध्यक्ष पद पर मानसी सोनी ने शेफाली वर्मा को 5 और महासचिव पद पर स्वाति ने वंदना वर्मा को 7 वोट से हराया. जबकि संयुक्त सचिव पद पर ज्योति कुमारी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो गई थी. जेडीबी साइंस कॉलेज में एनएसयूआई की अंजलि मीणा अध्यक्ष बनी. वहां पर उपाध्यक्ष महिमा पालीवाल, महासचिव मुस्कान राठौर और सयुंक्त सचिव शैलीन पहाड़िया जीती.
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ग्रामीण इलाके में एबीवीपी को मिली मात: सांगोद के कॉलेज में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को हार देखनी पड़ी. यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी कुलदीप पंकज 85 मत लेकर विजयी हुए हैं. इसी तरह से उपाध्यक्ष पद पर शोएब अख्तर 90, महासचिव पद पर दृष्टि सुमन 147 और सह सचिव पद पर लक्ष्मी कुमारी 79 वोट से जीती. इटावा कॉलेज में अध्यक्ष पद के लिए 6 प्रत्याशी मैदान में थे. जिनमें लक्ष्मी मीणा 144 वोट लेकर विजयी रही. एबीवीपी के प्रत्याशी को वहां पर हार मिली है. इसी तरह से उपाध्यक्ष अमित मीणा, महासचिव अभिषेक कुमार वर्मा और संयुक्त सचिव प्रियंका नागर चुनी गई. रामगंजमंडी के कॉलेज में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की काजल सुमन जीती. उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के हिमांशु नागर और संयुक्त सचिव अरविंद मीणा बने. जबकि महासचिव पद पर एबीवीपी के अजय गुर्जर जीते.