कोटा. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी रविवार को कोटा के दौरे पर रहे. यहां मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तालिबानी शासक बताया और कहा कि सरकार के दो चेहरे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत ने क्या राजेंद्र राठौड़ से सांठगांठ कर मंत्रिमंडल बनाया था?
लाल डायरी के बारे में जानना चाहती है जनता: सीपी जोशी ने राजस्थान सरकार से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा से राजेंद्र राठौड़ की सांठगांठ के आरोप पर जवाब दिया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुर्सी बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. उन्होंने प्रदेश को भ्रष्टाचार और अपराधिक राजधानी में तब्दील कर दिया है. सीएम गहलोत यह बताएं कि राजेंद्र राठौड़ के कहने पर राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद दिया था क्या? सीएम के भ्रष्टाचार की कलई लाल डायरी ने खोल दी है. अब जनता यह जानकारी चाहती है कि कौन सी लाल डायरी है, जिसे राजेंद्र गुढ़ा के जरिए मंगाया गया था?.
अचानक योजनाओं की याद आई : 'नहीं सहेगा राजस्थान' के तहत चल रहे 'एफआईआर कैंप' के संबंध में सीपी जोशी ने कहा कि अभी यह शुरू हुए है. हम इन कैंपों को डेमो के रूप में भी लगा रहे हैं. इनमें शिकायतें आना शुरू हो गई हैं. इन शिकायतों का डाटा कलेक्ट करेगे और एक साथ जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि कहा कि सरकार पूरे 5 साल के लिए बनी थी, न कि 6 महीने के लिए. साढ़े 4 साल सरकार सोती रही और अचानक उन्हें योजनाओं की याद आने लगी है.
सरकार के दो चेहरे उजागर : उन्होंने कहा कि चिरंजीवी योजना में किसी भी एक व्यक्ति को 25 लाख रुपए मिले हों तो उसे लेकर आएं. राजस्थान के सरकार जितनी भी योजनाएं लाई है, वो केंद्र सरकार की योजनाओं की ही कॉपी है. सीपी जोशी ने आरोप लगाया कि हाल ही में सरकार ने महाराणा प्रताप बोर्ड की घोषणा की है, जबकि यही सरकार शुरुआत में कह रही थी कि अकबर महान है. महाराणा प्रताप भगोड़े थे. उन्होंने कभी युद्ध नहीं जीता. ऐसे बयान सरकार के मंत्रियों ने दिए थे. अब बोर्ड बनाकर सम्मान देने की बात कही जा रही है. एनसीईआरटी के किताबों से मुगल आक्रांताओं के पाठ हटाए गए. देश के वीर सम्राट और जिन्होंने लड़ाई लड़ी, उनके नाम के पाठ शामिल किए गए, लेकिन राजस्थान सरकार ने डेढ़ करोड़ किताबों को डंप कर दिया. ये दिखाता है कि राजस्थान की सरकार के दो चेहरे हैं.
पीड़ित ही प्रताड़ना सहने को मजबूर : शव के साथ प्रदर्शन करने पर सजा का प्रावधान करने के सवाल पर सीपी जोशी ने आरोप लगाया कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में तालिबानी राज चल रहा है. आदिवासी या ग्रामीण क्षेत्र में कहीं भी किसी व्यक्ति के साथ गलत होता है तो न्याय की मांग उठती है. आज इस सरकार में ऐसी स्थिति है कि जिसके साथ बुरा हुआ है, उसको न्याय देने की जगह प्रताड़ना दी जाती है. साथ ही कहा जाता है कि चुपचाप बैठें और मुंह बंद कर लें.
मर्दों का प्रदेश बताने की शर्मनाक घटनाएं : जोशी ने आरोप लगाया कि राजस्थान में एक के बाद एक अपराध होते हैं और सरकार अपराधियों के साथ खड़ी मिलती है. अपराधियों को संबल देने वाली भाषा बोलते हैं. दुष्कर्म की घटना होने पर राजस्थान को मर्दों का प्रदेश बता रहे हैं. राजस्थान ऐसा प्रदेश है जहां नारी की सुरक्षा के लिए सिर कलम करवा दिया जाता था. आज सरकार 65 फ़ीसदी फर्जी घटनाएं बताकर उन परिवारों के जख्मों पर मिर्ची डालने का काम कर रही है. इससे पीड़ित परिवारों को तकलीफ पहुंच रही है. सीएम गहलोत को मणिपुर की जगह अपने प्रदेश के बारे में चिंता करनी चाहिए.
इसके पहले सीपी जोशी ने जिले की पोलाई व भांडाहेड़ा पंचायत में नई सहेगा राजस्थान अभियान के तहत मीटिंग ली. साथ ही कैंप में भी भाग लिया, जिसमें नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के ब्लैक पेपर को भी जारी किया. प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, प्रदेश मंत्री हीरालाल नागर व प्रदेश महामंत्री मोतीलाल मीणा सहित कई लोग मौजूद थे. इसके बाद कोटा में उन्होंने संगठन की बैठक ली, जिसमें हाड़ौती संभाग के सभी पदाधिकारी पहुंचे थे.