कोटा. राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और सभी बड़े राजनीतिक दलों के नेता प्रचार में जुटे हुए हैं. बड़ी-बड़ी रैलियां और सभाएं हो रहीं हैं. राष्ट्रीय नेता इन रैलियों को संबोधित करने के लिए पहुंच रहे हैं. हाड़ौती में भाजपा के बड़े नेताओं की सभा हो रही है, लेकिन कांग्रेस के स्टार प्रचारक नदारद नजर आ रहे हैं. कांग्रेस का हाड़ौती में प्रचार पर फोकस नहीं है. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगलवार को हाड़ौती में दो सभाएं करेंगे. इनमें पहली सभा अंता में सुबह 11:00 बजे के आसपास होगी, वहीं दोपहर 1:00 बजे प्रधानमंत्री कोटा में दशहरा मैदान में रैली को संबोधित करेंगे. जबकि इसके पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी दो सभा कर चुके हैं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित कई अन्य नेताओं के भी दौरे प्रस्तावित हैं.
तीन जिले कांग्रेस के बड़े नेताओं के प्रचार से अछूते : राहुल गांधी की सभा बूंदी जिले की हिंडोली विधानसभा में बूंदी का गोठड़ा में 19 नवंबर आयोजित हुई थी, जहां पर राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा आए थे. इस सभा में हिंडोली के साथ-साथ बूंदी और केशोरायपाटन विधानसभा क्षेत्र के भी प्रत्याशियों को मंच पर बुलाया था व उनके लिए वोट मांगे थे. इस रैली में इन तीन विधानसभा क्षेत्र से ही लोगों को आमंत्रित किया गया था और उन्हें ले जाया भी गया था. यह कांग्रेस की एकमात्र बड़ी रैली हाड़ौती संभाग में हुई है, जबकि कोटा, बारां और झालावाड़ में अभी एक भी बड़े नेता की सभा आयोजित नहीं हुई है. इन जिलों में ही हाड़ौती की 14 सीट हैं, लेकिन केवल तीन सीटों को ही राहुल गांधी साध कर गए हैं. शेष 14 सीटों पर अभी कोई स्टार प्रचारक नहीं पहुंचा है.
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कोटा में आए थे गहलोत, वसुंधरा ने बारां-झालावाड़ में की कईं रैलियां : सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोटा शहर के दौरे पर आए थे, जहां पर उन्होंने कांग्रेस की गारंटी यात्रा को भी शुरू किया था यह दौरा 14 नवंबर को हुआ था. इसमें कोटा शहर में ही तीन जन सभाओं को भी उन्होंने संबोधित किया था. वहीं, भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने बारां और झालावाड़ में कई रैलियां की है. यह उनके बेटे दुष्यंत सिंह का लोकसभा क्षेत्र भी है. उन्होंने रोड शो भी निकाल कर वोट मांगे हैं. वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कोटा जिले के इटावा और बूंदी में भी जनसभा हुई थी. इसके अलावा हिंडोली में गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम था, लेकिन वह रद्द हो गया था. जिसके बाद इस जनसभा को संबोधित करने के लिए राजस्थान के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी पहुंचे थे. इसके अलावा स्टार प्रचारक किरोड़ी लाल मीणा ने भी हिंडोली इलाके में प्रचार किया है.
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राजस्थान की वीरधरा पर यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi का हार्दिक स्वागत एवं बारम्बार अभिनन्दन। pic.twitter.com/Szz514VCY3
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आचार संहिता के बाद दोनों पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष आए थे : आचार संहिता लगने के बाद कांग्रेस ने की ईआरसीपी यात्रा की पहली रैली बारां जिले में ही 16 अक्टूबर को आयोजित हुई थी, जिसमें बारां के डोल मेला मैदान के एक हिस्से में आयोजित किया गया था. इसको संबोधित करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष का मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचे थे. वहीं, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ बड़ी संख्या में नेता पहुंचे थे. इसके बाद पहले भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष 18 अक्टूबर को जेपी नड्डा दौरा करके जा चुके हैं.
कांग्रेस नेताओं के रद्द हुए थे दौरे, प्रेस ब्रीफिंग में भी पिछड़े : भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी दो बार और शहजाद पूनावाला दो बार प्रेस को संबोधित कर चुके हैं. जबकि कांग्रेस की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा पत्रकार वार्ता कर चुके हैं. कांग्रेस की तरफ से कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी का दौरा भी बना था, जिन्हें गारंटी यात्रा की सभाओं को संबोधित करना था, लेकिन कांग्रेस के श्रीकरणपुर से प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के चलते यह रद्द हो गया था. इधर, कांग्रेस नेताओं ने 21 अप्रैल को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दौरे की बात कही थी, लेकिन यह भी अभी तक फाइनल नहीं हुआ है.