कोटा. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 का बिगुल बज चुका है. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लग गई है. भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. दूसरी सूची भी जल्द सामने होगी. कांग्रेस ने अब तक अपनी पहली सूची जारी नहीं की है. इस बीच राजपूत समाज ने हाड़ौती में जनरल सीट पर जनरल प्रत्याशी को टिकट देने की मांग की है. समाज प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो वे पार्टियों के विरोध में उतर जाएंगे.
शुक्रवार को शहर में राजपूत समाज के लोगों ने बैठक आयोजित की. साथ ही विरोध दर्ज करवाया है कि राजनीतिक पार्टियां जनरल सीट से भी रिजर्व कैंडिडेट को चुनाव लड़वाती है, इसका नुकसान उनके समाज को हो रहा है. राजपूत समाज का कहना है कि कोटा जिले की पीपल्दा और झालावाड़ जिले की मनोहरथाना सीट से राजनीतिक दल रिजर्व कैंडिडेट को उतार देते हैं. यह जनरल कैटेगरी के लोगों के साथ अन्याय है. दोनों ही पार्टियों में राजपूत समाज के नेता हैं और जमीनी स्तर पर काम भी कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें टिकट मिलना चाहिए.
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा कोटा के जिला अध्यक्ष भवानी सिंह सोलंकी ने कहा कि अगर दोनों ही पार्टियों ने जनरल सीट से रिजर्व कैंडिडेट को टिकट दिया है, तो वह विरोध में उतर जाएंगे. शिवराज सिंह छपावत ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों जातिगत समीकरणों को बुनने की जगह उचित व सही प्रत्याशियों को टिकट दे. इसका नुकसान प्रमुख राजनीतिक दलों को होगा. राजपूत समाज के लोगों ने कहा कि सांगोद, पीपल्दा, हिंडोली और मनोहर थाना से उनके समाज के कैंडिडेट को टिकट मिलना चाहिए. जबकि पूरे राजस्थान में जहां 36 सीटों पर राजपूत चुनकर आ रहे थे, यह संख्या और कम होती जा रही है. राजपूत समाज से महज 20 से 25 एमएलए रह गए हैं.