कोटा. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की वोटिंग शनिवार को होने वाली है. इसमें हाड़ौती 17 सीटों पर भी 128 प्रत्याशियों के भाग्य के लिए 43 लाख से ज्यादा मतदाता वोट कास्ट करेंगे. इनमें सबसे कम मतदाता सांगोद विधानसभा सीट में 209869 है. जबकि सर्वाधिक मतदाता बूंदी विधानसभा सीट में 3 लाख 9220 है.
सर्वाधिक प्रत्याशियों की बात की जाए, तो बूंदी सीट से 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. जबकि अंता और किशनगंज से 11-11 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं छबड़ा में भी 10 प्रत्याशी मैदान में है. सबसे कम प्रत्याशी झालरापाटन से चुनावी मैदान में है, जहां में 4 प्रत्याशियों के बीच में मुकाबला है. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल है. बीते 2018 के चुनाव परिणाम में भारतीय जनता पार्टी आगे हाड़ौती में आगे रही थी, इनमें 17 सीटों में से 10 पर काबिज हुई थी और 7 पर कांग्रेस के एमएलए बने थे.
इन हॉट सीट पर रहेंगी सबकी नजर: हाड़ौती की हॉट सीटों की बात की जाए, तो कोटा उत्तर विधानसभा सीट सबसे हॉट सीट है. यहां पर प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रहलाद गुंजल से है. इसी तरह से दूसरी हॉट सीट बारां जिले की अंता है. जहां पर कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी और पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा के साथ है. तीसरी हॉट सीट हिंडोली है. जहां पर वर्तमान कांग्रेस सरकार में मंत्री अशोक चांदना का मुकाबला पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी प्रभु लाल सैनी के साथ है. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया का मुकाबला झालरापाटन से कांग्रेस प्रत्याशी चौहान से होगा.
इन सीटों पर बागियों का खतरा: जिन सीटों पर बागी परेशान कर सकते हैं. उनमें बूंदी सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अशोक डोगरा की परेशानी रुपेश शर्मा बढ़ा सकते हैं. इसी तरह से छबड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह की मुश्किल निर्दलीय नरेश मीणा बढ़ा सकते हैं. डग विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक कालू लाल मेघवाल की मुश्किल पूर्व विधायक और भाजपा के बाद ही रामचंद्र सुनारीवाल बढ़ा रहे हैं. इसी तरह से मनोहर थाना सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी नेमीचंद मीणा की परेशानी पूर्व विधायक कैलाश मीणा बढ़ा रहे हैं.
इन सीटों पर भाजपा ने मारी थी पिछली बार बाजी: साल 2018 के चुनाव में हाड़ौती संभाग में 39 लाख 35 हजार 95 वोटर थे. इनकी संख्या में इजाफा होते हुए अब 43 लाख 28682 हो गए हैं. इनकी संख्या में 393587 का इजाफा हुआ है जबकि बीते विधानसभा चुनाव में जहां पर 174 प्रत्याशी मैदान में थे. इस बार यह संख्या कम होकर 128 रह गई है. बीते साल सर्वाधिक प्रत्याशी कोटा दक्षिण विधानसभा सीट से थे. जिनकी संख्या 19 थी.
इसके बाद बूंदी सीट से 18 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. दोनों ही सीट ब्राह्मण बाहुल्य मानी जाती है. जबकि सबसे कम प्रत्याशी मनोहर थाना में बीते चुनाव में चार थे. वहीं चुनाव परिणाम में हाड़ौती की जिन 10 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी काबिज हुई थी. उनमें डग, मनोहरथाना, झालरापाटन, खानपुर, छबड़ा, रामगंजमंडी, लाडपुरा, कोटा दक्षिण, केशोरायपाटन और बूंदी शामिल है. जबकि कांग्रेस 7 सीटों पर चुनाव जीती थी इनमें किशनगंज, बारां अटरू, अंता, पीपल्दा, सांगोद, कोटा उत्तर और हिंडोली शामिल है.