कोटा. हाड़ौती की 17 सीटों पर रोचक स्थिति बनी हुई है. यहां तीन सीटों पर बागी के रूप में पूर्व विधायक नाम वापसी के बाद भी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं. इन्होंने अपने नामांकन वापस नहीं लिए. ऐसे में कोटा की लाडपुरा, झालावाड़ की डग और मनोहर थाना सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष जैसे हालात बने हुए हैं. इन्हें मनाने में कांग्रेस और बीजेपी का आलाकमान भी सफल नहीं हो सका है. दूसरी तरफ कांग्रेस और भाजपा के कई रूठे हुए नेताओं ने भी नामांकन दाखिल कर दिए थे. इनमें से कई प्रत्याशियों ने अपने नामांकन वापस लिए हैं.
एक सीट पर तो पत्नी ने अपने पति के लिए तो भतीजी ने अपनी चाची के समर्थन में नाम वापस ले लिया है, जबकि केशोरायपाटन सीट से 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे राकेश बोयत निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं. इसी तरह से छबड़ा विधानसभा सीट से भी कांग्रेस नेता नरेश मीणा बतौर बागी चुनावी मैदान में हैं. बूंदी सीट से भी भाजपा के रुपेश शर्मा और गिर्राज चुनाव लड़ रहे हैं. ये सभी बागी कांग्रेस-भाजपा के समीकरण बिगाड़ सकते हैं. अपनी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की ओर से मनाने पर भी ये नहीं माने हैं.
हिंडौली में पत्नी ने पति के लिए लिया नामांकन वापस : यहां दो प्रत्याशियों ने नामांकन वापस लिया है, इनमें नूर मोहम्मद और मुनेशी शामिल हैं, जबकि अशोक चांदना कांग्रेस से और प्रभुलाल सैनी भाजपा से मैदान में हैं. यहां से अब 6 प्रत्याशी चुनावी मैदान में शेष हैं. नाम वापस लेने वालीं मुनेशी ने अपने पति और आजाद समाजवादी पार्टी के राम लखन को समर्थन दिया है.
बूंदी में भाजपा के दो बागी बिगाड़ेंगे समीकरण! : बूंदी में 7 लोगों ने नामांकन वापस लिया है. इनमें शिव प्रसाद मीणा, महेश कुमार जिंदल, सगीर, मोहम्मद रईस, अर्जुन, शैलेश करवा और बीबुलाल शामिल हैं. शिवप्रसाद मीणा कांग्रेस नेता रामनारायण मीणा के बेटे हैं. उन्होंने कांग्रेस के समर्थन में ही नामांकन वापस लिया है. बूंदी सीट पर 12 प्रत्याशी आज भी चुनावी मैदान में हैं. इनमें भाजपा के दो बागी रुपेश शर्मा और गिर्राज शर्मा शामिल हैं. यहां भाजपा के प्रत्याशी अशोक डोगरा और कांग्रेस के प्रत्याशी हरिमोहन शर्मा मैदान में हैं.
केशोरायपाटन में राकेश बोयत बने कांग्रेस के बागी : केशोरायपाटन में शंकर, डॉ. चंद्रशेखर, देवकिशन मेघवाल और बृजमोहन ने नामांकन वापस लिया है. डॉ. सुशील ने कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के चलते निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था और कांग्रेस को समर्थन दिया है, जबकि वर्तमान में 8 प्रत्याशी अभी भी मैदान में हैं. इनमें एक कांग्रेस के बागी राकेश बोयत हैं, जिन्हें विगत चुनाव में पार्टी ने टिकट दिया था, लेकिन कांग्रेस के वर्तमान प्रत्याशी सीएल प्रेमी बागी होकर चुनावी मैदान में उतर गए थे और राकेश बोयत चुनाव हार गए थे. यहां भाजपा की प्रत्याशी वर्तमान विधायक चंद्रकांता मेघवाल हैं.
कोटा उत्तर में 7 और दक्षिण से 11 प्रत्याशी : यहां से नाम वापस लेने वालों में परवेज खान और मोहम्मद यूनुस देशवाली शामिल हैं. इस सीट से वर्तमान में 7 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनमें भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल और कांग्रेस के शांति धारीवाल हैं. कोटा दक्षिण से तीन प्रत्याशियों ने नामांकन वापस ले लिया है. इनमें महेश आहूजा, आयुषी गौतम और हरिकिशन बिरला शामिल हैं. इनमें महेश आहूजा और आयुषी गौतम ने कांग्रेस को समर्थन दिया है. वहीं, हरिकिशन बिरला ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में पर्चा वापस लिया है. आयुषी ने अपनी चाची को समर्थन देते हुए नाम वापस लिया है. वर्तमान में कांग्रेस प्रत्याशी राखी गौतम भाजपा प्रत्याशी संदीप शर्मा के साथ चुनावी मैदान में हैं.
लाडपुरा में भाजपा के बागी बने पूर्व विधायक राजावत : लाडपुरा में तीन प्रत्याशियों ने नामांकन वापस लिया है. इनमें कृष्ण गोपाल अग्रवाल, खेमचंद और मुकुट बिहारी शामिल हैं. यहां से भाजपा के बागी भवानी सिंह राजावत चुनाव लड़ेंगे. खेमचंद का नॉमिनेशन भारतीय जनता पार्टी के नेता राकेश जैन ने प्रत्याशी कल्पना देवी के समर्थन में वापस करवाया है, जबकि कांग्रेस के नईमुद्दीन गुड्डू सहित 7 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
पीपल्दा में सरोज मीणा ने लिया नाम वापस : यहां से नाम वापस लेने वालों में राकेश जैन, सत्येंद्र सिंह, हयात खान, मुकेश कुमार और सरोज मीणा के साथ नकुल शर्मा शामिल हैं. राकेश जैन और मुकेश कुमार ने भाजपा को समर्थन दिया है. वहीं, कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष और इटावा की सरोज मीणा ने कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन दिया हैं. सरोज मीणा का नामांकन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने करवाया है, जबकि भाजपा प्रत्याशी प्रेमचंद गोचर और कांग्रेस प्रत्याशी चेतन पटेल सहित 6 प्रत्याशी अब चुनावी मैदान में हैं.
सांगोद में पिता-पुत्र ने लिया नाम वापस : कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष कुशल पाल और उनके बेटे विजय प्रताप सिंह ने भानु प्रताप को टिकट देने का विरोध किया और निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया था. दोनों ने कांग्रेस नेताओं की समझाइश के बाद नाम वापस लिया है. इनके अलावा रघुवीर प्रसाद नागर ने भी भाजपा प्रत्याशी हीरालाल के समर्थन में नामांकन वापस लिया है. इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी हीरालाल नागर और कांग्रेस प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह के सहित 6 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
- रामगंजमंडी में पांच प्रत्याशियों के बीच होगा मुकाबला : यहां नाम वापस लेने वाले दो प्रत्याशियों में बब्लेश कुमार और जुगल किशोर हैं. कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र राजोरिया और भाजपा प्रत्याशी मदन दिलावर के अलावा 5 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
- अंता में 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में : अंता में तीन प्रत्याशियों भगवती बाई, रामचंद्र और चौथमल बैरवा ने नामांकन वापस लिया है. यहां कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया के सामने भाजपा के कमल लाल मीणा हैं. इनके अलावा 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
- बारां-अटरू में 4 प्रत्याशी : यहां से लक्ष्मी नारायण बैरवा और केदार नैनीवाल ने नाम वापस लिया है. यहां भाजपा के राधेश्याम बैरवा का मुकाबला कांग्रेस के पानाचंद के साथ है. यहां चार प्रत्याशी मैदान में हैं.
- किशनगंज में किसी ने नहीं लिया नामांकन वापस : इस सीट से किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन वापस नहीं लिया है. यहां पर 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें भाजपा के ललित मीणा और कांग्रेस की निर्मला सहरिया हैं.
- छबड़ा में कांग्रेस के बागी बने नरेश : यहां से 6 नॉमिनेशन वापस हुए हैं. इनमें बृजलाल मीना, हरीश कुमार, मानसिंह धनोरिया, सुनीता मीणा, रणधीर सिंह और प्रियंका नागर शामिल हैं. प्रियंका नागर ने भाजपा को समर्थन दिया है, जबकि कांग्रेस के बागी के रूप में चुनावी मैदान में उतरे नरेश मीणा अभी डटे हुए हैं. यहां से भाजपा प्रत्याशी प्रताप सिंह सिंघवी और कांग्रेस के करण सिंह मैदान में हैं, वहीं 10 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.
- झालरापाटन में दो नामांकन हुए वापस : यहां पर दो नामांकन वापस हुए हैं. इनमें शैलेंद्र यादव और अजय कुमार शामिल हैं. शैलेंद्र यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में नामांकन वापस लिया है. यहां से चुनावी मैदान में चार प्रत्याशी डटे हुए हैं, जिनमें भाजपा की वसुंधरा राजे और कांग्रेस के रामलाल चौहान शामिल हैं.
- डग में पूर्व विधायक रामचंद्र भाजपा के बागी : यहां कोई नॉमिनेशन वापस नहीं हुआ है. यहां से भाजपा के बागी के रूप में रामचंद्र सुनारीवाल चुनावी मैदान में हैं, जबकि भाजपा प्रत्याशी कालूराम और कांग्रेस प्रत्याशी चेतन राज गहलोत को मिलाकर 6 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
- मनोहर थाना में पूर्व विधायक कैलाश मीणा कांग्रेस के बागी : इस सीट से मांगीलाल और सुशीला बाई ने नामांकन वापस लिया है. यहां से पूर्व विधायक कैलाश मीणा कांग्रेस के बागी के रूप में चुनावी मैदान में हैं, जबकि कुल 7 प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे. इनमें कांग्रेस के नेमीचंद मीणा और भाजपा के गोविंद प्रसाद रानी शामिल हैं.
- खानपुर में 6 प्रत्याशी : यहां भी किसी प्रत्याशी ने नामांकन वापस नहीं लिया है. यहां से 6 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. इनमें कांग्रेस के सुरेश गुर्जर और भाजपा के नरेंद्र नागर शामिल हैं.