कोटा. जिले के रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र के रोटेदा निवासी एक रेलवे कर्मचारी के अपहरण का मामला सामने आया. शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता ने बताया, ''कार सवार तीन से चार अपरणकर्ता रेलवे कर्मचारी को ड्यूटी पर जाने के दौरान बीच रास्ते में अगवा कर लिए और उससे मारपीट की. इसके बाद बदमाशों ने परिजनों को व्हाट्सएप कॉल कर उनसे 3 लाख की फिरौती मांगी. हालांकि, बदमाशों ने पहले तो एटीएम कार्ड और यूपीआई से पैसे डालने का दबाव बनाया, लेकिन एटीएम कार्ड और यूपीआई में पैसे न होने की सूरत में उन लोगों ने रेलवे कर्मचारी के परिजनों को व्हाट्सएप कॉल कर उनसे 3 लाख की फिरौती मांगी. वहीं, इस बीच रास्ते में पुलिस की नाकेबंदी को देख बदमाश रेलवे ब्रिज के करीब रेलवे कर्मचारी को छोड़कर वहां से भाग गए.
जानें पूरा मामला : कोटा शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता ने बताया, ''रेलवे कर्मचारी महेश मीणा के अपहरण का मामला सामने आया है. मीणा रेलवे वर्कशॉप में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं. उनका कहना है कि वह सुबह 6:30 बजे के आसपास बाइक से ड्यूटी जा रहे थे, तभी एक कार रास्ते में आकर रुकी और कार सवार लोगों ने उन्हें जबरन गाड़ी में बैठा लिया. हालांकि मीणा ने यह नहीं बताया कि वे लोग कौन थे और उन्हें जानने से भी वो इनकार कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा, ''इस संबंध में फिरौती जरूर मांगी गई है, लेकिन उन्होंने यूपीआई और एटीएम कार्ड से भी पैसा नहीं निकला. इसके बाद फिरौती के लिए फोन भी उनके परिजनों को किया गया था. हालांकि बाद में अपहरणकर्ता इन्हें छोड़कर फरार हो गए. ऐसे में अब उनसे पूछताछ कर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. साथ ही इस संबंध में अनुसंधान कर आरोपियों को पता लगाया जाएगा.''
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पुलिस के रिटायर्ड अधिकारी ने दी कंट्रोल रूम को सूचना : महेश मीणा के अपहरण की सूचना जब परिजनों को लगी तो उन्होंने अपने परिचित व रिटायर्ड एडिशनल एसपी पीडी मीणा को इसकी जानकारी दी. इसके बाद पीडी मीणा ने पुलिस कंट्रोल रूम को पूरी घटना से अवगत कराया, जिसके बाद पुलिस ने नाकेबंदी कर दी. इसके अलावा साइबर सेल व अन्य टीमों को भी इस प्रकरण में लगाया गया. ऐसे में अपहरणकर्ता महेश मीणा को ले जाने में असफल रहे और उन्हें रेलवे ब्रिज के करीब छोड़कर भाग निकले.