ETV Bharat / state

कोटा में अब निःशुल्क हेलमेट देगी यातायात पुलिस...लेकिन, रखी ये शर्त

जिले में पुलिस के हर कियोस्क पर हेलमेट उपलब्ध होंगे और जैसे ही कोई बिना हेलमेट पहने चालक नजर आएगा, तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी उसे अपने पास से हेलमेट देगा. उसका नाम, पता, मोबाइल नंबर और गाड़ी नंबर की एंट्री रजिस्टर में करेगा. वापसी में वाहन चालक को यह हेलमेट वापस नजदीक के कियोस्क पर लौटाना होगा. यह सब निशुल्क होगा.

कोटा में अब निःशुल्क हेलमेट देगी पुलिस
author img

By

Published : Jul 17, 2019, 5:51 PM IST

कोटा. सड़कों पर बहने से अच्छा है रगों में बहे खून. इस सोच के साथ अब कोटा पुलिस आगे आई है और जनता को हेलमेट के प्रति जागरूक करने और सड़क दुर्घटना में लोगों की जान बचाने के लिए जिम्मेदारी उठाई है.

अगर आप कोटा के सड़कों पर दुपहिया वाहन चला रहे हैं और आपके पास हेलमेट नहीं है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. अब कोटा पुलिस आपका चालान नहीं काटेगी और आपको हेलमेट देगी, वो भी बिल्कुल मुफ्त. राइड पूरी होने के बाद आपको यह हेलमेट पुलिसकर्मियों को वापस लौटाना होगा. इसके लिए पुलिस आपसे कोई भी राशि नहीं वसूलेगी. यह हेलमेट हर चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के कियोस्क पर आपको मिल सकेंगे और वापस उसी जगह जमा होंगे.

कोटा में अब निःशुल्क हेलमेट देगी पुलिस

दरअसल, सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट नहीं पहनने की वजह से बढ़ रही मौतों के आंकड़ों से चिंतित होकर कोटा पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने समाज सेवी संगठन लायंस क्लब टेक्नो और रैपीडो बाइक के साथ मिलकर यह अनूठी पहल हेलमेट शेयरिंग लाइफ सेविंग योजना शुरू की है. जिसमें पुलिस के हर कियोस्क पर हेलमेट उपलब्ध होंगे और जैसे ही कोई बिना हेलमेट पहने चालक नजर आएगा, तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी उसे अपने पास से हेलमेट देगा. उसका नाम, पता, मोबाइल नंबर और गाड़ी नंबर की एंट्री रजिस्टर में करेगा. वापसी में वाहन चालक को यह हेलमेट वापस नजदीक के कियोस्क पर लौटाना होगा.

यह सब निशुल्क होगा, लेकिन यदि हेलमेट के उस पर वापस नहीं लौटाया जाता तो फिर ई-चालान घर पर भेज कर वसूली की जाएगी. लायंस क्लब टेक्नो, रैपीडो बाइक के सदस्यों और कोटा पुलिस की टीम ने मंगलवार को अभिनव पहल की शुरुआत की है. कार्यक्रम में हेलमेट शेयरिंग के जरिए कुछ लोगों को हेलमेट भी वितरण किया गया है.

इस दौरान कोटा ग्रामीण एसपी राजन दुष्यंत ने कहा कि स्ट्रिक्टनेस से ही ट्रैफिक नियमों की पालना बड़े शहरों में होती है. जिला और संभाग मुख्यालयों में लोगों के सहयोग से ही ट्रैफिक नियमों की पालना हो सकती है. वहीं, शहर एसपी ने उपस्थित महिलाओं से कहा कि आप लोग अपने पति और बच्चों को हेलमेट पहने बिना घर से नहीं निकलने दें. साम-दाम-दंड-भेद कैसे भी कर उनको हेलमेट पहनने की आदत डालवाएं, ताकि उनके साथ किसी तरह की दुर्घटना नहीं हो. कार्यक्रम में एडिशनल एसपी राजेश मील, प्रशिक्षु आईपीएस डॉ. अमृता दुहन, पुलिस उपाधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ सहित कई लोग उपस्थित रहे.

कोटा. सड़कों पर बहने से अच्छा है रगों में बहे खून. इस सोच के साथ अब कोटा पुलिस आगे आई है और जनता को हेलमेट के प्रति जागरूक करने और सड़क दुर्घटना में लोगों की जान बचाने के लिए जिम्मेदारी उठाई है.

अगर आप कोटा के सड़कों पर दुपहिया वाहन चला रहे हैं और आपके पास हेलमेट नहीं है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. अब कोटा पुलिस आपका चालान नहीं काटेगी और आपको हेलमेट देगी, वो भी बिल्कुल मुफ्त. राइड पूरी होने के बाद आपको यह हेलमेट पुलिसकर्मियों को वापस लौटाना होगा. इसके लिए पुलिस आपसे कोई भी राशि नहीं वसूलेगी. यह हेलमेट हर चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के कियोस्क पर आपको मिल सकेंगे और वापस उसी जगह जमा होंगे.

कोटा में अब निःशुल्क हेलमेट देगी पुलिस

दरअसल, सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट नहीं पहनने की वजह से बढ़ रही मौतों के आंकड़ों से चिंतित होकर कोटा पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने समाज सेवी संगठन लायंस क्लब टेक्नो और रैपीडो बाइक के साथ मिलकर यह अनूठी पहल हेलमेट शेयरिंग लाइफ सेविंग योजना शुरू की है. जिसमें पुलिस के हर कियोस्क पर हेलमेट उपलब्ध होंगे और जैसे ही कोई बिना हेलमेट पहने चालक नजर आएगा, तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी उसे अपने पास से हेलमेट देगा. उसका नाम, पता, मोबाइल नंबर और गाड़ी नंबर की एंट्री रजिस्टर में करेगा. वापसी में वाहन चालक को यह हेलमेट वापस नजदीक के कियोस्क पर लौटाना होगा.

यह सब निशुल्क होगा, लेकिन यदि हेलमेट के उस पर वापस नहीं लौटाया जाता तो फिर ई-चालान घर पर भेज कर वसूली की जाएगी. लायंस क्लब टेक्नो, रैपीडो बाइक के सदस्यों और कोटा पुलिस की टीम ने मंगलवार को अभिनव पहल की शुरुआत की है. कार्यक्रम में हेलमेट शेयरिंग के जरिए कुछ लोगों को हेलमेट भी वितरण किया गया है.

इस दौरान कोटा ग्रामीण एसपी राजन दुष्यंत ने कहा कि स्ट्रिक्टनेस से ही ट्रैफिक नियमों की पालना बड़े शहरों में होती है. जिला और संभाग मुख्यालयों में लोगों के सहयोग से ही ट्रैफिक नियमों की पालना हो सकती है. वहीं, शहर एसपी ने उपस्थित महिलाओं से कहा कि आप लोग अपने पति और बच्चों को हेलमेट पहने बिना घर से नहीं निकलने दें. साम-दाम-दंड-भेद कैसे भी कर उनको हेलमेट पहनने की आदत डालवाएं, ताकि उनके साथ किसी तरह की दुर्घटना नहीं हो. कार्यक्रम में एडिशनल एसपी राजेश मील, प्रशिक्षु आईपीएस डॉ. अमृता दुहन, पुलिस उपाधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ सहित कई लोग उपस्थित रहे.

Intro:पुलिस के हर कियोस्क पर हेलमेट उपलब्ध होंगे और जैसे ही कोई बिना हेलमेट पहने चालक नजर आएगा तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी उसे अपने पास से हेलमेट देगा. उसका नाम, पता, मोबाइल नंबर और गाड़ी नंबर की एंट्री रजिस्टर में करेगा. वापसी में वाहन चालक को यह हेलमेट वापस नजदीक के कियोस्क पर लौटाना होगा. यह सब निशुल्क होगा.


Body:कोटा. सड़कों पर बहने से अच्छा है रगों में बहे खून... इस सोच के साथ अब कोटा पुलिस आगे आई है और जनता को हेलमेट के प्रति जागरूकता एवं सड़क दुर्घटना में लोगों की जान बचाने के लिए जिम्मेदारी उठाई है. अगर आप कोटा के सड़कों पर दुपहिया वाहन चला रहे हैं और आपके पास हेलमेट नहीं है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. अब कोटा पुलिस आपका चालान नहीं काटेगी और आपको हेलमेट देगी और वह भी बिल्कुल मुफ्त देगी. राइड पूरी होने के बाद आपको यह हेलमेट पुलिसकर्मियों को वापस लौटाना होगा. इसके लिए पुलिस आपसे कोई भी राशि नहीं वसूलेगी. यह हेलमेट हर चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के कि उस पर आपको मिल सकेंगे और वापस उसी जगह जमा होंगे. दरअसल सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट नहीं पहनने की वजह से बढ़ रही मौतों के आंकड़े से चिंतित होकर कोटा पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने समाज सेवी संगठन लायंस क्लब टेक्नो और रैपीडो बाइक के साथ मिलकर यह अनूठी पहल हेलमेट शेयरिंग लाइफ सेविंग योजना शुरू की है. जिसमें पुलिस के हर कियोस्क पर हेलमेट उपलब्ध होंगे और जैसे ही कोई बिना हेलमेट पहने चालक नजर आएगा तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी उसे अपने पास से हेलमेट देगा. उसका नाम, पता, मोबाइल नंबर और गाड़ी नंबर की एंट्री रजिस्टर में करेगा. वापसी में वाहन चालक को यह हेलमेट वापस नजदीक के कियोस्क पर लौटाना होगा. यह सब निशुल्क होगा, लेकिन यदि हेलमेट के उस पर वापस नहीं लौटाया जाता तो फिर ई-चालान घर पर भेज कर वसूली की जाएगी. लायंस क्लब टेक्नो, रैपीडो बाइक के सदस्यों और कोटा पुलिस की टीम ने आज अभिनव पहल की शुरुआत की है. कार्यक्रम में हेलमेट शेयरिंग के जरिए कुछ लोगों को हेलमेट भी वितरण किया गया है.


Conclusion:इस दौरान कोटा ग्रामीण एसपी राजन दुष्यंत ने कहा कि स्ट्रिक्टनेस से ही ट्रैफिक नियमों की पालना बड़े शहरों में होती है, जिला और संभाग मुख्यालयों में लोगों के सहयोग से ही ट्रैफिक नियमों की पालना हो सकती है. वहीं शहर एसपी ने उपस्थित महिलाओं से कहा कि आप लोग अपने पति और बच्चों को हेलमेट पहने बिना घर से नहीं निकलने दे, साम-दाम-दंड-भेद कैसे भी कर उनको हेलमेट पहनने की आदत डालें, ताकि उनके साथ किसी तरह की दुर्घटना नहीं हो. कार्यक्रम में एडिशनल एसपी राजेश मील, प्रशिक्षु आईपीएस डॉ. अमृता दुहन, पुलिस उपाधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ सहित कई लोग उपस्थित रहे. बाइट-- दीपक भार्गव, एसपी कोटा शहर बाइट-- राजन दुष्यंत, एसपी, कोटा ग्रामीण बाइट-- दीपक भार्गव, एसपी, कोटा शहर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.