कोटा. शहर के विज्ञान नगर थाना इलाके के निवासी एक 16 वर्षीय नाबालिग कोचिंग छात्र 5 दिन पहले गुमशुदा हो गया था. इस संबंध में पुलिस ने धारा 363 के तहत मुकदमा दर्ज किया था और उसकी पड़ताल शुरू कर दी थी. पुलिस ने मंगलवार को उसे ट्रेस करते हुए दस्तयाब कर लिया और बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया था. हालांकि, इस नाबालिग छात्र ने अपने परिवार के साथ जाने से इंकार कर दिया. ऐसे में उसे कोटा के उत्कर्ष संस्थान के शेल्टर होम में अस्थाई आश्रय दिया गया है.
जानकारी के अनुसार निजी कोचिंग संस्थान में मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट यूजी की तैयारी कर रहा 16 वर्षीय कोचिंग छात्र (Kota Minor Coaching Student Missing Case) विज्ञान नगर में अपने परिवार के साथ रहता है. उसके पिता बिजनेसमैन और मां गृहिणी हैं. वह घर से 30 दिसंबर 2022 को सुबह 7:00 बजे कोचिंग चला गया था, जहां से सुबह 9:00 बजे ही अपने मोबाइल को स्विच ऑफ कर कहीं चला गया. पुलिस ने मंगलवार को बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया.
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समिति के अध्यक्ष कनीज फातिमा ने बताया कि बालक के 161 के बयान और काउंसलिंग के दौरान उसने बताया कि वह कक्षा बारहवीं में पढ़ता है. इसके बाद वह अपनी एक अजमेर निवासी दोस्त के साथ महावीर नगर विस्तार योजना में रहा था. साथ ही उसने कहा कि उसके पिता बार-बार पढ़ाई को लेकर उसे डांट और फटकार करते हैं. इसके चलते ही वह नाराज होकर घर से गया था और अब वह अपने माता-पिता के साथ भी नहीं रहना चाहता है.
कनीज फातिमा ने बताया कि (Kota CWC Chairman Kaneez Fatima) बालक काउंसलिंग में प्रॉपर जवाब नहीं दे पा रहा था. काउंसलिंग के दौरान उसने अपने पिता की तरफ देखा भी नहीं, जबकि जब मां रो रही थी तब भी उसने कोई ध्यान नहीं दिया. काउंसलिंग में बच्चे ने बताया है कि उसके माता-पिता के लिए सभी फीलिंग खत्म हो गई है.