कोटा. शहर पुलिस के पांच पुलिसकर्मियों को हाल ही में कोटा रेंज डीआईजी रविदत्त गौड़ ने निलंबित कर दिया है. 2 की तो रेंज ही बदल डाली है. अब रेंज डीआईजी ने एक और आदेश जारी किया है. जिसमें हाड़ौती में 15 साल से जमे कॉन्स्टेबल से लेकर सीआई तक की जांच के आदेश हैं. डीआईजी को अंदेशा है, कि हाड़ौती के कई पुलिसकर्मी अपराधियों से सांठगांठ कर रहे हैं या फिर स्थानीय से जानकारी का भरपूर फायदा उठा रहे हैं.
अपराधियों से है पुलिसकर्मियों की सांठगांठ
डीआईजी गौड़ ने कहा, कि पुलिस अधिकारी एक समय पर ज्यादा समय तक रहता है तो संभावना रहती है, कि लोगों से उनके संबंध बन जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए. उन संबंधों का फायदा कभी आपराधिक तत्वों से उठाते हैं या उसकी आड़ में स्थानीय लोगों से भी वह फायदा उठा लेते हैं.
ये पढ़ेंः किरोड़ी ने लिखा मोदी को खत, 'ढाई से तीन लाख लोगों की करवाना चाहता हूं सभा, आप दें समय'
सूचनाओं के आधार पर ही होगी कार्रवाई
डीआईजी रविदत्त गौड़ ने कहा, कि ऐसे पुलिसकर्मियों की पहचान होनी चाहिए, जो काफी समय से यहां जमे हुए हैं. उनका काम अच्छा है तो कोई बात नहीं, लेकिन उनका काम खराब है. उनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं या कुछ ऐसे लोगों से उनके ताल्लुकात हैं, जो अपराध के क्षेत्र में योगदान रखते हैं, तो उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. इसकी जांच करवा रहे हैं. कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ तो बिना जांच के ही, जो सूचनाएं हैं उनके आधार पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी.
ये पढ़ेंः राजस्थान में टिड्डी दल से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर
व्हाट्सएप या मेल आईडी पर करें शिकायत
पुलिस मुख्यालय और सरकार से भी निर्देश मिले हैं. पुलिस महकमे में कोई पुलिसकर्मी अपराधियों से सांठगांठ रखता है, या मेल मिलाप रखता है. अपराधी के गलत कामों में सहयोग कर रहा है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. इसके लिए रेंज और जिला लेवल पर व्हाट्सएप नंबर जारी किए हैं और अलग से मेल आईडी बनाई है. इस तरह के लोगों के खिलाफ शिकायत करें, जो पुलिस के महकमे को बदनाम कर रहे हैं. समाज में पुलिस की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रहे हैं. इन व्हाट्सएप नम्बर और मेल पर शिकायतें भी आना शुरू हो गईं हैं.