सांगोद (कोटा). राजस्थान कृषि प्रतिस्पर्धात्मक परियोजना के तहत शुक्रवार को उद्यान विभाग की ओर से एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ. एक्सेस डेवलपमेंट सर्विसेज नई दिल्ली के सहयोग से काशीपुरी धर्मशाला में आयोजित कार्यशाला में किसानों को उद्यानिकी खेती करने और बूंद-बूंद सिंचाई जैसी चीजों से होने वाले फायदों की जानकारी दी गई.
प्रशिक्षण में कृषि अनुसंधान केंद्र उम्मेदगंज कोटा के सहायक प्राध्यापक बीएल नागर ने किसानों को बागवानी फसलों की जानकारी दी. फसल के साथ बागवानी खेती अपनाकर आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने को लेकर जानकारी दी. कृषि अनुसंधान अधिकारी डॉ. रूपेश जैन ने रबी की फसलों में लगने वाले किट एवं रोग प्रकोप की जानकारी दी तथा समय रहते कीट नियंत्रण के उपाय करने तथा फसलों को रोग प्रकोप से बचाने को लेकर किए जाने वाले उपायों को समझाया.
वहीं कृषि अधिकारी जयकुमार यादव ने किसानों को जैविक खेती, सिंचाई प्रबंधन को लेकर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कलस्टर सांगोद में राजस्थान कृषि प्रतिस्पर्धात्मक परियोजना के अन्तर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वर्ल्ड बैंक की सहायता से ये प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जिसमें किसानों को बगीचों की स्थापना, बूंद बूंद सिंचाई यंत्रों को किसानों के यहां लगवाना, कम लागत में भंडारण की व्यवस्था, यंत्री करण आदि के बारे में बताया गया.
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साथ ही कहा कि जानकारी के माध्यम से किसान कम लागत में अधिक उत्पादन ले सकते हैं. सरकार के द्वारा 50 प्रतिशत से लेकर 75 प्रतिशत अनुदान राशि कृषि यंत्रो पर दी जाती है. जिसमें भंडारण के लिए 50 प्रतिशत और बगीचों की स्थापना, बूंद बूंद सिंचाई सयंत्र पर 75 प्रतिशत व सौर ऊर्जा सयंत्रो में 70 प्रतिशत तक अनुदान सरकार के द्वारा दिया जा रहा है. अभी तक क्षेत्र 32 सयंत्रों की स्थापना की जा चुकी है, जिसका लाभ किसान ले रहे हैं.
भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन, बच्चों को किया गर्म कपड़ों और जूतों का वितरण
सांगोद के रेगर बस्ती स्थित प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में शुक्रवार को भामाशाह सम्मान समारोह आयोजित हुआ. कार्यक्रम में भामाशाहों का सम्मान किया गया. वहीं भामाशाहों ने भी बच्चों की सुविधा को लेकर गर्म कपड़े और जूते वितरित किए. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसडीएम संजीव कुमार शर्मा थे. अध्यक्षता पार्षद कृष्णकुमार गर्ग ने की. विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत कर्मचारी शिवनारायण चौधरी, एडवोकेट किशोरी लाल चौधरी, एचपी गैस संचालक मुकेश खिंची, सहायक प्रधानाचार्य गुंजन लोहमी एवं पुस्तकालाध्यक्ष हेमराज शर्मा रहे.
मुख्य अतिथि एसडीएम शर्मा ने कहा कि दान देना भारतीय संस्कृति में सबसे ज्यादा पुण्य का काम माना गया है. जरूरत अनुसार लोगों को गरीब एवं जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए. हिन्दू ग्रंथों के साथ कुरआन में भी लिखा है कि दान ईमान का सबसे बड़ा सबाब है.