कोटा. डेढ़ साल पहले जिला परिषद की एक मीटिंग में प्रभारी मंत्री के सामने तत्कालीन कोटा उत्तर के विधायक प्रह्लाद गुंजल और तत्कालीन रामगंजमंडी विधायक चंद्रकांता मेघवाल के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी.
जिसके बाद चंद्रकांता मेघवाल ने नयापुरा थाने में गुंजल के खिलाफ अभद्रता करने और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का एक परिवाद दिया था. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूर्व विधायक गुंजल के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में एफआईआर दर्ज की है. वहीं, अब आगे की जांच सीआईडी सीबी करेगी.
पुलिस उपाधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ ने बताया कि डेढ़ साल पहले जिला परिषद की एक मीटिंग में प्रभारी मंत्री के सामने तत्कालीन कोटा उत्तर के विधायक प्रह्लाद गुंजल और तत्कालीन रामगंजमंडी विधायक चंद्रकांता मेघवाल के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी. जिसके बाद चंद्रकांता मेघवाल ने नयापुरा थाने में गुंजल के खिलाफ अभद्रता करने और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का एक परिवाद दिया था.
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जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूर्व विधायक गुंजल के खिलाफ एससी एसटीएक्ट में एफआईआर दर्ज की है. जिसका मुकदमा नंबर 684/19 है. इसे जांच के लिए पुलिस ने सीआईडी सीबी जयपुर मुख्यालय भेज दिया है. जिसके बाद अब वहीं से तय होगा कि इस मामले की जांच कौन से अधिकारी करेंगे. पुलिस उपाधीक्षक हिंगड़ का कहना है कि मामला पुराना है. जब परिवाद मिला था उस पर पुलिस ने कानूनी राय ली थी, उस कानूनी राय के आधार पर ही मुकदमा दर्ज किया गया है.
बता दें कि कोटा उत्तर से विधायक रहे प्रहलाद गुंजल कई बार विवादों में रहे हैं. पूर्व में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी को फोन पर धमकाने और अभद्रता करने का मामला भी गुंजल के खिलाफ दर्ज हुआ था. जिसका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. जिसके कारण भाजपा ने गुंजल को पार्टी से निष्कासित भी किया था.