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कोटा: अस्पताल में समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से बुजुर्ग की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

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Published : Dec 12, 2019, 12:35 PM IST

सुल्तानपुर अस्पताल में समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से एक वृद्धा की मौत का मामला सामने आया है. जिसमें वृद्धा की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जोरदार हंगामा कर दिया. बता दें कि परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है.

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अस्पताल में समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से वृद्धा की मौत

सुल्तानपुर (कोटा). जिले के सुल्तानपुर कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बार फिर बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई. यहां बुधवार देर रात्रि एक वृद्धा महिला की समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से मौत हो गई. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल मे हंगामा कर दिया.

अस्पताल में समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से वृद्धा की मौत

सूचना मिलते ही सुल्तानपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत किया. इसके बाद परिजनों द्वारा पुलिस को लिखित रिर्पोट देकर चिकित्सालय प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई. इस दौरान करीब 45 मिनट तक चिकित्सालय में परिजनों ने हंगामा किया.

यह था पूरा मामला...

जानकारी के अनुसार कस्बे के वार्ड संख्या 25 वाल्मीकि मोहल्ले निवासी 40 वर्षीय वृद्धा रामभरोसी बाई पत्नी भैरूलाल वाल्मीकि को परिजन बुधवार देर रात्रि 10 बजे के करीब तबीयत खराब होने पर चिकित्सालय लेकर आए. जहां कार्यरत चिकित्सक डा. प्रतीक परिहार द्वारा वृद्धा का उपचार कर उसे ऑक्सीजन की जरूरत बताई और चिकित्सालय से ऑक्सीजन गैस सिलेंडर लगाया गया, लेकिन 2 मिनट बाद ही सिलेंडर खाली हो गया.

इसके बाद मौजूद चिकित्साकार्मिकों ने पास ही रखे 2 ऑक्सीजन सिलेंडर जोड़ कर देखे तो उसमे भी गैस खत्म मिली. इसके बाद आनन फानन में एनबीएसयू कक्ष से गैस सिलेंडर लाया गया, लेकिन उसमे भी रेगुलेटर खराब मिला. इस दौरान वृद्धा ऑक्सीजन के लिए तड़पती रही. बाद में स्टोर रूम में ताले में रखे सिलेंडर लाए गए, लेकिन तब तक वृद्धा ने दम तौड़ दिया. परिजनों के अनुसार चिकित्साकर्मी करीबन 15 मिनट तक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए इधर से उधर चक्कर काटते रहे. जिससे वृद्धा की मौत हुई. इसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया.

खरी खोटी सुनाई तो किया हंगामा...

लापरवाही से वृद्धा की मौत से नाराज परिजनों ने चिकित्सालय मे हंगामा कर दिया. वहां कार्यरत चिकित्सक समेत चिकित्साकार्मियों को खूब खरी खोटी सुनाई. वहीं पूरे चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवा बिगड़ी हुई होने का आरोप लगाया. सूचना मिलते ही सुल्तानपुर एएसआई कमलप्रकाश मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत किया. इसके बाद मृतका के बेटे सत्यनारायण झावा द्वारा लिखित रिपोर्ट देते हुए लापरवाह दोषी चिकित्साकार्मिक पर कार्रवाई की मांग की गई.

यह भी पढे़ं : स्पेशल: अंकल, डेडी - प्लीज, आप मान भी जाओ, प्लास्टिक हमें बीमाल कर देगा, इससे बचाओ

तो बच जाती वृद्धा की जान...

मृतका के परिजन बंटी झावा,गिरिराज और सत्यनारायण ने बताया कि यदि समय पर ऑक्सीजन गैस मिल जाती तो उनकी मां की जान बच जाती लेकिन कोई गंभीर नजर नहीं आया. गैस सिलेंडर खाली पड़े हुए थे लेकिन किसी ने उनकी सार संभाल तक नहीं की. ऐसे मे जिम्मेदारों की लापरवाही से एक जान चली गई.

सुल्तानपुर (कोटा). जिले के सुल्तानपुर कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बार फिर बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई. यहां बुधवार देर रात्रि एक वृद्धा महिला की समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से मौत हो गई. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल मे हंगामा कर दिया.

अस्पताल में समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से वृद्धा की मौत

सूचना मिलते ही सुल्तानपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत किया. इसके बाद परिजनों द्वारा पुलिस को लिखित रिर्पोट देकर चिकित्सालय प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई. इस दौरान करीब 45 मिनट तक चिकित्सालय में परिजनों ने हंगामा किया.

यह था पूरा मामला...

जानकारी के अनुसार कस्बे के वार्ड संख्या 25 वाल्मीकि मोहल्ले निवासी 40 वर्षीय वृद्धा रामभरोसी बाई पत्नी भैरूलाल वाल्मीकि को परिजन बुधवार देर रात्रि 10 बजे के करीब तबीयत खराब होने पर चिकित्सालय लेकर आए. जहां कार्यरत चिकित्सक डा. प्रतीक परिहार द्वारा वृद्धा का उपचार कर उसे ऑक्सीजन की जरूरत बताई और चिकित्सालय से ऑक्सीजन गैस सिलेंडर लगाया गया, लेकिन 2 मिनट बाद ही सिलेंडर खाली हो गया.

इसके बाद मौजूद चिकित्साकार्मिकों ने पास ही रखे 2 ऑक्सीजन सिलेंडर जोड़ कर देखे तो उसमे भी गैस खत्म मिली. इसके बाद आनन फानन में एनबीएसयू कक्ष से गैस सिलेंडर लाया गया, लेकिन उसमे भी रेगुलेटर खराब मिला. इस दौरान वृद्धा ऑक्सीजन के लिए तड़पती रही. बाद में स्टोर रूम में ताले में रखे सिलेंडर लाए गए, लेकिन तब तक वृद्धा ने दम तौड़ दिया. परिजनों के अनुसार चिकित्साकर्मी करीबन 15 मिनट तक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए इधर से उधर चक्कर काटते रहे. जिससे वृद्धा की मौत हुई. इसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया.

खरी खोटी सुनाई तो किया हंगामा...

लापरवाही से वृद्धा की मौत से नाराज परिजनों ने चिकित्सालय मे हंगामा कर दिया. वहां कार्यरत चिकित्सक समेत चिकित्साकार्मियों को खूब खरी खोटी सुनाई. वहीं पूरे चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवा बिगड़ी हुई होने का आरोप लगाया. सूचना मिलते ही सुल्तानपुर एएसआई कमलप्रकाश मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत किया. इसके बाद मृतका के बेटे सत्यनारायण झावा द्वारा लिखित रिपोर्ट देते हुए लापरवाह दोषी चिकित्साकार्मिक पर कार्रवाई की मांग की गई.

यह भी पढे़ं : स्पेशल: अंकल, डेडी - प्लीज, आप मान भी जाओ, प्लास्टिक हमें बीमाल कर देगा, इससे बचाओ

तो बच जाती वृद्धा की जान...

मृतका के परिजन बंटी झावा,गिरिराज और सत्यनारायण ने बताया कि यदि समय पर ऑक्सीजन गैस मिल जाती तो उनकी मां की जान बच जाती लेकिन कोई गंभीर नजर नहीं आया. गैस सिलेंडर खाली पड़े हुए थे लेकिन किसी ने उनकी सार संभाल तक नहीं की. ऐसे मे जिम्मेदारों की लापरवाही से एक जान चली गई.

Intro:सुल्तानपुर अस्पताल में समय पर ऑक्सीजन नही मिलने से वृद्धा की मौत
वृद्धा की मौत के बाद परिजनों ने किया जोरदार हंगामा
चिकित्सको पर लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
सुल्तानपुर पुलिस ने मौके पर पहुंच शांत कराया मामला
चिकित्सा प्रभारी ने लापरवाह कार्मिको को कारण बताओ नोटिस जारी करने की कही बात Body:कोटा जिले के सुल्तानपुर कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बार फिर बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई। यहां बुधवार देर रात्रि एक वृद्धा महिला की समय पर ऑक्सीजन गैस नही मिलने मौत हो गई। जिसके बाद मृतका वृद्धा के परिजनो ने अस्पताल मे हंगामा कर दिया। सूचना मिलते ही सुल्तानपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत किया। इसके बाद परिजनो द्वारा पुलिस को लिखित रिर्पोट देकर चिकित्सालय प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाही मांग की।इस दौरान करीबन ४५ मिनट तक चिकित्सालय मे परिजनो ने हंगामा किया।
यह था पूरा मामला-
जानकारी मुताबिक कस्बे के वार्ड संख्या २५ वाल्मीकि मोहल्ले निवासी ७० वर्षीय वृद्धा रामभरोसी बाई पत्नी भैरूलाल वाल्मीकि को परिजन बुधवार देर रात्रि पौने १० बजे तबीयत खराब होने पर चिकित्सालय लेकर आएं । जहां कार्यरत चिकित्सक डा. प्रतीक परिहार द्वारा वृद्धा का उपचार कर उसे ऑक्सीजन की जरूरत बताई और चिकित्सालय से ऑक्सीजन गैस सिलेंडर लगाया। लेकिन २ मिनट बाद ही सिलेंडर खाली हो गया। इसके बाद मौजूद चिकित्साकार्मिको ने पास ही रखे २ ऑक्सीजन सिलेंडर जोड़ कर देखे तो उसमे भी गैस खत्म मिली। इसके बाद आनन फानन में एनबीएसयू कक्ष से गैस सिलेंडर लाया गया लेकिन उसमे भी रेगुलेटर खराब मिला। इस दौरान वृद्धा ऑक्सीजन के लिए तड़पती रही। बाद मे स्टोर रूम मे ताले मे रखे सिलेंडर लाए गए लेकिन तब तक वृद्धा ने दम तौड़ दिया। परिजनो े मुताबिक चिकित्साकार्मिक करीबन १५ मिनट तक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए इधर से उधर चक्कर काटते रहे जिससे वृद्धा की मौत हुई। इसके बाद परिजनो ने हंगामा कर दिया।
खरी खोटी सुनाई,किया हंगामा-
लापरवाही से वृद्धा की मौत से नाराज परिजनो ने चिकित्सालय मे हंगामा कर दिया। वहां कार्यरत चिकित्सक समेत चिकित्साकार्मिको को खूब खरी खोटी सुनाई। वंही पूरे चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवा बिगड़ी हुई होने का आरोप लगाया। सूचना मिलते ही सुल्तानपुर एएसआई कमलप्रकाश मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे और परिजनो को शांत किया। इसके बाद मृतका वृद्धा के बेटे सत्यनारायण झावा द्वारा लिखित रिपोर्ट देते हुए लापरवाह दोषी चिकित्साकार्मिक पर कार्रवाही की मांग की।
तो बच जाती वृद्धा की जान-
मृतका के परिजन बंटी झावा,गिरिराज व सत्यनारायण ने बताया कि यदि समय पर ऑक्सीजन गैस मिल जाती तो उनकी मां की जान बच जाती लेकिन कोई गंभीर नजर नही आया। गैस सिलेंण्डर खाली पड़े हुए थे लेकिन किसी ने उनकी सारसंभाल तक नही की। ऐसे मे जिम्मेदारो की लापरवाही से एक जान चली गई।Conclusion:बाइट 01 डॉ प्रतीक परिहार इलाज करने वाले चिकित्सक सीएचसी अस्पताल सुल्तानपुर
बाइट 02--गिर्राज मीणा चिकित्सा प्रभारी सुल्तानपुर
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