कोटा. देश की सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली एकमात्र प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG 2023) का आयोजन दोबारा होगा. हालांकि इस बार यह परीक्षा केवल मणिपुर सेंटर वाले विद्यार्थियों के लिए ही होगा. इसमें भी हजारों विद्यार्थियों के शामिल होने की संभावना है. जबकि नीट की परीक्षा 7 मई को देश भर के 4000 से ज्यादा परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी. उसमें लाखों विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, लेकिन मणिपुर में परिस्थितियां असामान्य और तनाव की वजह से परीक्षा स्थगित कर दी गई थी. कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि 3 से 5 जून के बीच मणिपुर के विद्यार्थियों की नीट यूजी 2023 की परीक्षा होनी है. इसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है.
ऐसे में इस बार भी नीट यूजी की परीक्षा दो बार आयोजित होगी. बीते साल भी कुछ परीक्षार्थियों के साथ गड़बड़झाला होने के चलते परीक्षा सैकड़ों विद्यार्थियों की दोबारा ली गई थी. बता दें कि इस प्रवेश परीक्षा में 20.89 लाख स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन किया था. इनमें 97 फीसदी विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, यानी कि तकरीबन 20.25 लाख विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. अब इन सभी विद्यार्थियों को अपने रिकॉर्डेड रिस्पांस शीट और आंसर की (key) का इंतजार है.
इस बार भी नहीं रहेगा वन नेशन बनेगा : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी 2023 की टैगलाइन "वन नेशन वन एग्जाम" दी हुई है. इसे इसी थीम पर हर साल आयोजित किया जाता है. जिसमें पेन पेपर मोड पर एक दिन ही एक जैसे 360 प्रश्नों के जरिए यह परीक्षा आयोजित की जाती है, लेकिन इस बार भी वन नेशन वन एग्जाम नहीं रहेगा. मणिपुर में होने वाली परीक्षा में दूसरा प्रश्न पत्र नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के एक्सपर्ट सेट करेंगे. जिनके जरिए वहां के स्टूडेंट्स की परीक्षा ली जाएगी. ऐसे में इस बार भी अलग-अलग प्रश्न पत्रों के जरिए ऑल इंडिया रैंक घोषित की जाएगी.
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गड़बड़झाले के चलते बीते साल भी दो बार हुई थी परीक्षा : बीते साल भी वन नेशन वन एग्जाम की थीम टूट गई थी. क्योंकि देश के कई परीक्षा केंद्रों पर विद्यार्थियों को दूसरी भाषा के प्रश्न पत्र मिल गए थे. इसके चलते उन्हें परेशानी हुई थी और उनसे पेपर और ओएमआर शीट वापस लेकर एक्सचेंज भी किए गए थे. कई विद्यार्थियों को व्हाइटनर लगी ओएमआर शीट भी मिली थी. परीक्षा के बाद विद्यार्थियों और पेरेंट्स ने हंगामा भी किया था. जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने दोबारा परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए थे. उसके बाद कई केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित की गई थी. जिसके लिए प्रश्न पत्र अलग सेट किया गया था.