रामगंजमंडी (कोटा). मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से वन्यजीव प्रेमियों को लिए एक और बुरी खबर सामने आई है. गौरतलब है कि 3 अगस्त को बाघिन MT-2 की मौत हुई थी. वहीं, बाघिन के मरने के बाद उसके दो शावकों को लेकर वन विभाग के अधिकारीयों की चिंता बढ़ गई थी. हालांकि, बाघिन का एक शावक तो कुछ घंटे बाद ही घायल अवस्था में मिल गया था.
जिसकी मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद उप वन संरक्षक मुकुंदरा राष्ट्रीय उद्यान कोटा की ओर से प्रेस नोट जारी कर बताया गया कि MT-2 की मौत के बाद शावक घायल अवस्था मे मिल गया था जिसका इलाज कोटा के चिड़ियाघर में पशु चिकित्सक की निगरानी में इलाज चल रहा था. MT2- के शावक का ब्लड टेस्ट दिनांक 17 अगस्त को को किया गया था. जिसमें शावक की हीमोग्लोबिन की मात्रा बहुत कम (2.6g/dl) पाई गई. शावक की स्थिति नाजुक थी.
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पशु चिकित्सकों ने शावक की स्थिति सुधारने का भरपूर प्रयास किया. शावक की लास्ट मूवमेंट मंगलवार सुबह 4.37 मिनिट पर देखी गई थी. पशु चिकित्सकों के अनुसार शावक की मृत्यु मंगलवार सुबह 5.28 पे हुई. जानकारी के अनुसार NTCA प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शावक का पोस्टमार्टम किया जाएगा.
वहीं, MT-2 का दूसरा शावक अभी भी वन विभाग की नजर से दूर है.शावक को मां से बिछड़े 15 दिन से अधिक समय हो गया है, लेकिन वह विभाग के हाथ अब तक नहीं लग पाया. वन विभाग के उच्च अधिकारी अभी भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं.
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मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में 23 जुलाई को MT-3 बाघ और 3 अगस्त को MT-2 बाघिन की मौत के बाद आरबीआई बरेली भिजवाए सैंपल की मिड रिपोर्ट विभाग को मिली है. अधिकारियों ने प्रारंभिक रिपोर्ट को लेकर बताया है कि MT-2 बाघिन की अभी मिड रिपोर्ट मिली है. इस रिपोर्ट में बाघिन की मौत का कारण जहर से होना नहीं मिला है. यह रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं, दूसरी ओर MT-3 बाघ की मौत मल्टीपल आर्गन फेल्युर होने के कारण हुई है. साथ ही इसकी कोरोना जांच भी नेगेटिव आई है.