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पैंथर व भालू की थर्मल परिसर में बढ़ी मूवमेंट, कर्मचारी दहश्त में काम करने को मजबूर - पैंथर

कोटा के थर्मल पावर प्लांट में लगातार बढ़ रही जंगली जानवारों की मूवमेंट से यहां के कर्मचारी डरे हुए है. कर्मचारियों का आरोप है कि प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

कोटा के थर्मल परिसर में पैंथर और भालुओं का मूवमेंट
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Published : May 3, 2019, 12:27 PM IST

कोटा. थर्मल प्लांट में लगातार वन्य जीवों का मूवमेंट बना हुआ है. इससे हजारों कर्मचारियों की जान को खतरा है. दरअसल, ये कर्मचारी खुले में ही दिन-रात काम करते हैं. थर्मल परिसर में बुधवार को भालू के मूवमेंट के बाद पैंथर और अजगर दिखाई दिए. इससे कर्मचारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है. हालांकि थर्मल प्रशासन इसे सामान्य बात मान रहा है. वही कंट्रोल रूम के पास पैंथर ने कुत्ते का शिकार किया.

वन विभाग के एसीएफ आरएस भंडारी ने बताया कि थर्मल प्रशासन को सुरक्षा के लिए पहले ही अवगत करवा दिया गया है. यहां पर नदी के किनारे वन्यजीवों का आवागमन बना रहता है. ये क्षेत्र नेशनल पार्क और दरा अभ्यारण से जुड़ गया है. इसलिए वन्यजीवों की संख्या बढ़ रही है. थर्मल अधिकारियों को यहां बचाव के लिए एनक्लोजर बनाने के लिए भी कहा है.

कोटा के थर्मल परिसर में पैंथर और भालुओं का मूवमेंट

वहीं, थर्मल के उच्च अधिकारी वन्यजीवों के मूवमेंट पर रोक लगाने की बजाए कर्मचारियों पर ही सेंसरशिप लगा रहे हैं. वन्यजीवों की खबर अक्सर लगातार मीडिया में आ जाती है. इसे रोकने के लिए प्रशासन ने थर्मल के कर्मचारियों के स्मार्टफोन पर रोक लगा दी.

कोटा. थर्मल प्लांट में लगातार वन्य जीवों का मूवमेंट बना हुआ है. इससे हजारों कर्मचारियों की जान को खतरा है. दरअसल, ये कर्मचारी खुले में ही दिन-रात काम करते हैं. थर्मल परिसर में बुधवार को भालू के मूवमेंट के बाद पैंथर और अजगर दिखाई दिए. इससे कर्मचारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है. हालांकि थर्मल प्रशासन इसे सामान्य बात मान रहा है. वही कंट्रोल रूम के पास पैंथर ने कुत्ते का शिकार किया.

वन विभाग के एसीएफ आरएस भंडारी ने बताया कि थर्मल प्रशासन को सुरक्षा के लिए पहले ही अवगत करवा दिया गया है. यहां पर नदी के किनारे वन्यजीवों का आवागमन बना रहता है. ये क्षेत्र नेशनल पार्क और दरा अभ्यारण से जुड़ गया है. इसलिए वन्यजीवों की संख्या बढ़ रही है. थर्मल अधिकारियों को यहां बचाव के लिए एनक्लोजर बनाने के लिए भी कहा है.

कोटा के थर्मल परिसर में पैंथर और भालुओं का मूवमेंट

वहीं, थर्मल के उच्च अधिकारी वन्यजीवों के मूवमेंट पर रोक लगाने की बजाए कर्मचारियों पर ही सेंसरशिप लगा रहे हैं. वन्यजीवों की खबर अक्सर लगातार मीडिया में आ जाती है. इसे रोकने के लिए प्रशासन ने थर्मल के कर्मचारियों के स्मार्टफोन पर रोक लगा दी.

Intro:कोटा थर्मल परिसर में पेंथर व भालुओ का मूवमेंट
सुरक्षा के इंतजाम करने की बजाए कर्मचारियों पर कार्यवाही कर रहे हैं आदिकारी मामला दबाने के लिए मोबाइल ले जाने पर लगाई रोक थर्मल प्रशासन और वन विभाग एक दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी कर्मचारी थर्मल प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने की तैयारी मेंBody:कोटा थर्मल प्लांट में लगातार वन्य जीवों का मूवमेंट बना हुआ है।इसमें हजारो कर्मचारी की जान का खतरा बना हुआ है क्योंकि खुले में ही दिनरात काम करते हैं।वही थर्मल के उच्च अधिकारी वन्यजीवों के मूवमेंट पर रोक लगाने के बजाए कर्मचारियों पर ही सेंसरशिप लगा रहा है।वन्यजीवों की खबर अक्सर लगातार मीडिया के माध्य्म से प्रकाशित को रोकने के लिए थर्मल के कर्मचारियों पर प्रशासन ने स्मार्ट फ़ोन पर रोक लगा दी।बुधवार को थर्मल परिसर में भालू के मूवमेंट के बाद पेंथर ओर अजगर दिखाई दिये।इसमे कर्मचारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है।हालांकि थर्मल प्रशासन ने इसे सामान्य बात मान रहा है।वही कंट्रोल रूम के पास पेंथर ने कुत्ते का शिकार किया।Conclusion:वन विभाग के एसीएफ आरएस भंडारी ने फ़ोन पर बात में बताया कि थर्मल प्रशासन को सुरक्षा के लिए पहले ही अवगत करवा दिया गया है।यहाँ पर नदी के किनारे वन्यजीवों का आवागमन बना रहता है।यह क्षेत्र नेशनल पार्क व दरा अभयारण से जुड़ गया है इसलिए वन्यजीवों की संख्या बढ़ रही है।थर्मल अधिकारियों को यहां बचाव के लिए एनकोजर बनाने के लिए भी कहा है।
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