सांगोद/कोटा. सांगोद विधायक भरत सिंह ने एक बार फिर पत्र के जरिए खान की झोपड़ियां गांव को कोटा जिले में शामिल करने का मुद्दा उठाया. उन्होंने एक बार फिर इस सम्बंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र के जरिए सीएम को लिखा- खान की झोपड़ियां गांव को कोटा जिले में मिलाने के संबन्ध में आपको गत 2 वर्षो में अनेक पत्र लिख चुका हूं. कोटा के जिला कलक्टर, संभागीय आयुक्त एवं राजस्व सचिव ग्राम खान की झोपडियों का मौका अवलोकन कर सरकार को भी रिपोर्ट दे चुके है. मुख्यमंत्री को सच्चाई की जानकारी है मगर यह प्रतीत होता है कि भाया को संरक्षण प्रदान करना सीएम की प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है.
राजस्व मंत्री और कोटा के प्रभारी मंत्री भी इस विषय पर चुप रहने में अपनी भलाई देखते है. उन्होंने लिखा कि आपको यह पत्र इसलिए लिख रहा हूं कि सरकार ने कोटा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए और कोटा विकास प्राधिकरण के विस्तार के लिए बूंदी जिले की तालेड़ा तहसील के 13 गांवों को कोटा जिले में मिलाने का नोटिफिकेशन किया है. इन गांवों के लोग इसका विरोध कर रहे है मगर कौन सुनेगा? जब बूंदी जिले के 13 गांव का नोटिफिकेशन जारी हो सकता है तो खान की झोपडियों को कोटा जिले में मिलाने का नोटिफिकेशन क्यों नहीं किया गया है? इस विषय पर समाचार पत्र में छपी खबर की कतरन संलग्न कर रहा हूं.
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उन्होंने आगे लिखा कि प्रश्न यह है कि भाया जो एक अत्यन्त भ्रष्ट मंत्री हैं उसको आपने क्यों सरंक्षण प्रदान कर रखा है. भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बांरा में मिलकर चुनाव लड़ते है और इसी कारण भाजपा के नेता इस विषय पर चुप हैं. उन्होंने सीएम से अनुरोध किया है कि कृप्या भ्रष्टाचार और संवेदनशील प्रशासन प्रदान करें.