कोटा. प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को कोटा में 'शिक्षा मंत्री चले विद्यालय की ओर' अभियान का आगाज किया. प्रदेश में सबसे पहले यह कार्यक्रम कोटा संभाग में आयोजित हुआ है. जिसके तहत शिक्षा मंत्री स्वयं स्कूलों के प्रिंसिपल से उनकी समस्याएं जान रहे हैं. जिससे स्कूली शिक्षा के मामले में प्रदेश जहां पर अभी देशभर में दूसरे नंबर पर है, उसे पहले नंबर पर पहुंचाया जा सके और यहां के स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन बच्चों को मिले.
इसके लिए समुचित प्रयास करने की जरूरत भी उन्होंने यहां पर बताई है. इसके पहले शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने खुद करीब 20 से ज्यादा हाड़ौती के प्रिंसिपल को फोन किया और उनसे समस्याएं भी जानी है. कार्यक्रम में शिक्षा सचिव मंजू राजपाल, माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक नथमल डिडेल और कांग्रेस नेता राखी गौतम भी मौजूद थे. इसमें कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ के स्कूल प्रिंसिपल ने भाग लिया.
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मीडिया से बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि हमारे देश के नन्हे मुन्ने बच्चे जो कि हमारा आने वाला भविष्य है, उनको किस तरह से क्वालिटी एजुकेशन दी जाए. इसके लिए पूरे प्रदेश के समस्त स्कूलों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, पढ़ने वाले छात्र और अभिभावकों की समस्या के बारे में जानकारी लेंगे. कहां पर किस बात की जरूरत है और सरकार किस तरह की अपेक्षा स्कूलों से रखती है.
सरकार की योजनाओं को किस तरह से लागू करें, इन सब को लेकर हम संभाग के अनुसार हर स्कूल तक पहुंचेंगे. इस कार्यक्रम को कोटा से लांच किया गया है. समस्त स्कूलों के प्रधानाचार्य बीईओ, सीडीईओ, ज्वाइंट डायरेक्टर, डायरेक्टर और शिक्षा सचिव सहित हम सब लोग आए हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि इनसे बातचीत करेंगे और पूछेंगे कि देश में नंबर वन पर हम प्रदेश को क्वालिटी एजुकेशन में बना सके. हमारे प्रदेश के बेटे बेटियों को जो अच्छी शिक्षा देने के लिए मेहनत हमें करनी पड़ेगी हम करेंगे.