कोटा. शहर पुलिस ने लग्जरी वाहनों को चुराने वाली गैंग का खुलासा किया है. इस गैंग के सरगना हार्डकोर अपराधी सहित तीन को गिरफ्तार किया गया है. इसके पहले यह गैंग देश भर में कई जगह पर लग्जरी वाहनों को चुरा चुकी है. आरोपी हाई सिक्योरिटी फीचर्स से लैस कारों को भी डिजिटल डिवाइस से हैक कर लेता था.
शहर एसपी शरद चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में 54 वर्षीय शेर सिंह राणा उर्फ शेरू उर्फ रतन सिंह, 30 वर्षीय मुनिराज और 40 वर्षीय मुकेश को गिरफ्तार किया है. पुलिस उप अधीक्षक प्रथम अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि तलवंडी इलाके से एक लग्जरी कार चोरी हुई थी. इस मामले का मुकदमा जवाहर नगर थाने में दर्ज हुआ था. इस संबंध में दिल्ली के प्रहलादपुरी से तीनों आरोपियों को डिटेन कर के कोटा लाए थे. यहां पर मुकदमे में गिरफ्तार किया है.
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फिल्मी स्टाइल में पकड़ा आरोपियों कोः जब दिल्ली में आरोपी शेर सिंह को पुलिस पकड़ने गई, तो उसे शक हो गया और वह भागने लगा. एक कांस्टेबल कार में ड्राइवर सीट की तरफ से अंदर घुसा और स्टेरिंग का पकड़ लिया. लेकिन शेर सिंह ने एक्सीलेटर दबा दिया, जिससे कांस्टेबल घायल हो गया. शेर सिंह के खिलाफ 25 हजार रुपए का इनाम रखा हुआ है. इसके साथ ही आरोपी के पहले से कई बार फरार होने के मामले आ चुके हैं. ऐसे में उसे पूरी तरह से बांधकर ही दिल्ली से कोटा लाया गया है. यहां भी भारी सुरक्षा के बीच रखा जा रहा है.
दर्ज हैं 52 मुकदमेः एसपी चौधरी ने बताया कि 1995 से ही शेर सिंह अपराध की दुनिया से जुड़ा हुआ था. उस पर लूट, हत्या का प्रयास, वाहन चोरी, राजकार्य में बाधा, डकैती, आर्म्स एक्ट सहित 52 मुकदमे दर्ज हैं. उसके खिलाफ राजस्थान के भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर, दौसा, कोटा शहर, भीलवाड़ा, जीआरपी कोटा, सवाई माधोपुर, उत्तर प्रदेश के मथुरा, बुलंदशहर, सिकंदराबाद, मध्यप्रदेश के मुरैना, ग्वालियर व इंदौर में मामले दर्ज हैं. मुनिराज के खिलाफ चार और मुकेश के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं. एसपी चौधरी का कहना है कि उनके खिलाफ करीब 100 से ज्यादा मुकदमे हो सकते हैं, क्योंकि अभी राज्य के बाहर के स्थानों से रिकॉर्ड नहीं मंगवाया गया है.
डिजिटल टूल से तोड़ता था कारों के लॉकिंग सिस्टमः शेर सिंह अपने गिरोह के सदस्यों के साथ पॉश इलाकों में महंगी और लग्जरी कार को टारगेट करता है. शेरसिंह डिजीटल टूल डिवाइस से कार को अनलॉक करने में माहिर है. वह आधुनिक व नए मॉडल की कार का दरवाजा तोड़ने के लिए मास्टर की, स्क्रू ड्राईवर, हैण्ड ग्राइण्डर का उपयोग करता है. जिन गाड़ियों में एन्टी थेफ्ट लॉकिंग सिस्टम लगा हुआ है, उनको तोड़ने के लिए एक्स टूल कम्पनी की इमोग्लाईजर सॉफ्टेवयर, कनेक्टर वायर से वीसीआई कनेक्टर व एक्सएल टूल को जोड़ता था. इससे एंटी थेफ्ट लॉकिंग सिस्टम काम करना बंद कर देता. जिसके बाद कारें स्टार्ट हो जातीं. इसके साथ ही शेर सिंह ने लॉकिंग सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए इंजीनियर भी रखे हैं.
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हाईटेक कार चोरी की देता था ट्रेनिंगः एसपी चौधरी ने बताया कि शेर सिंह चार बार पुलिस के हत्थे चढ़ा है, लेकिन चारों बार ही चकमा देकर कस्टडी से भाग चुका है. वह अपने गिरोह के अन्य सदस्यों को हाईटेक कार चोरी करने की ट्रेनिंग दे चुका है. शेर सिंह की जीवन शैली से प्रभावित होकर उसकी गैंग के कई सदस्य इस तरह से चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगे हैं. शेर सिंह ने भी लग्जरी वाहन चोरी करने के लिए कोटा शहर को चुना. प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि महंगी लग्जरी गाड़ियों को कानपुर और लखनऊ जैसे शहरों में बेचा जा रहा था.