कोटा. बिरला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि यहां के हालात अच्छे नहीं हैं. लोगों को आश्रय स्थलों पर रोका गया है. क्योंकि उनके घरों में पानी भर गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इन लोगों का सब कुछ बह गया है. यह एक कपड़े में ही आश्रय स्थलों में आए हैं और अब इनकी स्थिति ठीक नहीं है.
ऐसे में प्रशासन और जन सहयोग के जरिए एक व्यक्ति एक परिवार योजना चलाकर इन लोगों को हर संभव मदद करवाई जाएगी. इन लोगों को बर्तन, खाने पीने का राशन, कपड़े सब मुहैया करवाया जाएगा. लोकसभा स्पीकर ने कहा कि हाड़ौती की नदियां जिनमें चंबल काली सिंध और पार्वती शामिल है. इनके चलते नदी के नजदीक के किनारे के गांव डूब गए हैं.
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जान-माल को बचाना हमारी प्राथमिकता- बिरला
साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे में सबसे पहले यहां की जानमाल को बचाना प्राथमिकता है. स्थिति भयावह है क्योंकि कई गांव टापू बन चुके हैं. साथ ही उन्होंने यह भी अपील की है. जो लोग अभी भी घरों में हैं और निकलना नहीं चाह रहे हैं. वह तुरंत घरों से निकलें. क्योंकि पानी भरा होने से घर को नुकसान हो सकता है. ऐसे में उन लोगों की जान को भी खतरा है. इस दौरान बिरला के साथ विधायक संदीप शर्मा पूर्व विधायक हीरालाल नागर भाजपा नेता राकेश जैन और जगदीश जिंदल सहित कई लोग मौजूद रहे.