कोटा. शहर के गुमानपुरा स्थित दाई मुख्य नहर में जांन की बाजी लगाकर डूबते हुए चार लोगों की जान बचाने वाले कोटा शहर के 4 पुलिस कर्मियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित कर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गई है.
बता दें कि शनिवार को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में पांच वर्षीय बालक खेलते समय 60 फिट गहरी नहर में जा गिरा. जिसके बाद वहां पास में काम रही बच्चे की मां अपने बच्चे को बचाने के लिए नहर में कूद गई. बताया जा रहा है कि नहर में गहराई अधिक होने से मां और बेटा दोनो फंस गए और घायल हो गए. वहीं इस घटना की सूचना मिलने पर लोगों ने इसकी जानकारी दी.
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जिसके बाद गश्त कर रहे थाना कुन्हाडी के पुलिस कांस्टेबल किशनगोपाल वहां पंहुचे जहां लोगों की भीड लगी थी और वहां जाकर घटनास्थल का जाएजा लिया. बता दें कि नहर की गहराई अधिक होने से कोई कूदने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था, ऐसे में कांस्टेबल किशनगोपाल और चेतराम अपनी जान की परवाह किए बिना नहर में कूद गए और मां के साथ ही बेटे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.
वहीं दूसरा केस चार अप्रैल यानी रविवार को सूरजपोल गेट के पास गुमानपुरा नहर में एक महिला के गिरने की सूचना पर गश्त कर रहे कांस्टेबल रविकुमार सूचना पर मौके पर पहुंचे. इसके साथ ही कांस्टेबल रविकुमार ने उक्त महिला को बचाने के लिए 40 फिट गहरी नहर में छलांग लगाए और कांस्टेबल ने जान की परवाह किए बगैर गहरे पानी में छलांग लगाकर महिला को सकुशल बचा लिया.
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इसके साथ ही तीसरा हादसा बुधवार को थाना कुन्हाडी क्षेत्र में एक व्यक्ति आर्थिक तंगी से परेशान होकर चम्बल पुलिया से नीचे नदी में कूद गया. जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को मिली तो चेतक डूयूटी में गश्त कर रहे है कांस्टेबल राधेश्याम सांखला और चेतराम चौधरी जान की परवाह किए बगैर नदी में कूद गए. बता दें कि नदी में दलदल होने के बावजूद उक्त पुलिसकर्मियों ने साहस का परिचय देते हुए संघर्ष कर युवक मोहित को बचा लिया. वहीं उक्त कार्रवाई में कांस्टेबल चेतराम को भी चोटें आई.