ETV Bharat / state

कोटा : अयोध्या मामले में होने वाले फैसले को लेकर पुलिस-प्रशासन सतर्क, साथ ही सीएलजी और प्रबुद्धजनों के साथ बैठक

अयोध्या में आज होने वाले फैसले को लेकर पुलिस और प्रशासन सतर्क हो गया है. इसके लिए शुक्रवार को पुलिस थाने में सीएलजी, शांति समिति, सौहार्द संकल्प समिति समेत दोनों सम्प्रदायों से जुड़े प्रबुद्धजनों की बैठक आयोजित हुई.

kota news, police administration, कोटा समाचार, शांति समिति
author img

By

Published : Nov 9, 2019, 8:29 AM IST

सांगोद (कोटा). अयोध्या मसले को लेकर न्यायालय से फैसला आने वाला हैं, जिसको देखते हुए पुलिस और प्रशासन सतर्क हो गया है. फैसले के दौरान किसी तरह की अशांति और सौहार्द ना बिगड़े इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने पूरी गंभीरता बरतनी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को पुलिस थाने में सीएलजी, शांति समिति, सौहार्द संकल्प समिति समेत दोनों सम्प्रदायों से जुड़े प्रबुद्धजनों की बैठक आयोजित हुई थी. बैठक में अधिकारियों ने फैसला किसी के भी पक्ष में आए, लेकिन किसी तरह का जश्न का माहोल नहीं करने की अपील की है. इसके लिए डीजे संचालकों और आतिशबाजी बेचने वालों को भी पाबंद किया गया है.

कोटा में रामजन्म भूमि फैसला को लेकर पुलिस-प्रशासन सतर्क

उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर न्यायालय का फैसला किसी भी क्षण आ सकता है. इसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और प्रशासन की निगाह सोशल मीडिया पर भी रहेगी. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली आपत्तिजनक पोस्ट वायरल नहीं करे. ऐसे लोगों पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी. उन्होंने डीजे संचालकों को फैसला आने के बाद किसी भी तरह के जुलूस आदि कार्यक्रमों में डीजे नहीं बजाने और आतिशबाजी बेचने वालों को भी फैसले के दिन और बाद में किसी भी तरह की आतिशबाजी नहीं बेचने को लेकर पाबंद किया गया है.

यह भी पढ़ें- आर्थिक सुधारों को लेकर कांग्रेस का रोना, 55 साल में खुद कुछ नहीं कर पाए : सतीश पूनिया

अधिकारियों ने सभी लोगों से आपसी प्रेम और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है. बैठक में पुलिस उपाधीक्षक रामेश्वर परिहार ने बताया कि कोर्ट से फैसला कुछ भी आए, हमें नगर के सौहार्द को बनाए रखना है. साथ ही उन्होंने कहा, यह हम सब की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि हम भाईचारे के साथ रहते हुए नगर के सौहार्द को बनाए रखें. बैठक में सांगोद तहसीलदार नईमुद्दीन, पुलिस उपाधीक्षक रामेश्वर परिहार, थानाधिकारी धनराज मीणा, नायब तहसीलदार प्रीतम सिंह, पालिकाध्यक्ष देवकीनंदन राठौर और नगर के सीएलजी और शांति समिति के सदस्य मौजूद रहे.

जालोर के रानीवाड़ा में शांती और सौहार्द बनए रखने की अपील

रानीवाड़ा (जालोर). पुलिस थाना रानीवाड़ा में अयोध्या में विवादित भूमि के फैसले को लेकर उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र अग्रवाल और पुलिस उपाधीक्षक रतनलाल की मौजूदगी में सीएलजी सदस्यों की बैठक आयोजित हुई. इस दौरान उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने कहा कि जितने भी सोशल मीडिया फेसबुक, वाट्सएप ग्रुप हैं, उनमें किसी भी तरह की भड़काऊ, सामाजिक सौहार्द, शांति व्यवस्था बिगाड़ने जैसी पोस्ट न करें. साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की है.

यह भी पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: अलवर में नामांकन के बाद बीजेपी और कांग्रेस बागियों को मनाने में जुटी

वहीं पुलिस उपाधीक्षक रतनलाल ने कहा कि किसी भी तरह की सामाजिक सौहार्द, वातावरण बिगाड़ने या कोई भी भड़काऊ पोस्ट न करे. अगर ऐसा करता हुआ कोई पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं सीएलजी के सदस्यों ने भी शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन के सहयोग करने की बात कही.

सांगोद (कोटा). अयोध्या मसले को लेकर न्यायालय से फैसला आने वाला हैं, जिसको देखते हुए पुलिस और प्रशासन सतर्क हो गया है. फैसले के दौरान किसी तरह की अशांति और सौहार्द ना बिगड़े इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने पूरी गंभीरता बरतनी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को पुलिस थाने में सीएलजी, शांति समिति, सौहार्द संकल्प समिति समेत दोनों सम्प्रदायों से जुड़े प्रबुद्धजनों की बैठक आयोजित हुई थी. बैठक में अधिकारियों ने फैसला किसी के भी पक्ष में आए, लेकिन किसी तरह का जश्न का माहोल नहीं करने की अपील की है. इसके लिए डीजे संचालकों और आतिशबाजी बेचने वालों को भी पाबंद किया गया है.

कोटा में रामजन्म भूमि फैसला को लेकर पुलिस-प्रशासन सतर्क

उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर न्यायालय का फैसला किसी भी क्षण आ सकता है. इसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और प्रशासन की निगाह सोशल मीडिया पर भी रहेगी. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली आपत्तिजनक पोस्ट वायरल नहीं करे. ऐसे लोगों पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी. उन्होंने डीजे संचालकों को फैसला आने के बाद किसी भी तरह के जुलूस आदि कार्यक्रमों में डीजे नहीं बजाने और आतिशबाजी बेचने वालों को भी फैसले के दिन और बाद में किसी भी तरह की आतिशबाजी नहीं बेचने को लेकर पाबंद किया गया है.

यह भी पढ़ें- आर्थिक सुधारों को लेकर कांग्रेस का रोना, 55 साल में खुद कुछ नहीं कर पाए : सतीश पूनिया

अधिकारियों ने सभी लोगों से आपसी प्रेम और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है. बैठक में पुलिस उपाधीक्षक रामेश्वर परिहार ने बताया कि कोर्ट से फैसला कुछ भी आए, हमें नगर के सौहार्द को बनाए रखना है. साथ ही उन्होंने कहा, यह हम सब की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि हम भाईचारे के साथ रहते हुए नगर के सौहार्द को बनाए रखें. बैठक में सांगोद तहसीलदार नईमुद्दीन, पुलिस उपाधीक्षक रामेश्वर परिहार, थानाधिकारी धनराज मीणा, नायब तहसीलदार प्रीतम सिंह, पालिकाध्यक्ष देवकीनंदन राठौर और नगर के सीएलजी और शांति समिति के सदस्य मौजूद रहे.

जालोर के रानीवाड़ा में शांती और सौहार्द बनए रखने की अपील

रानीवाड़ा (जालोर). पुलिस थाना रानीवाड़ा में अयोध्या में विवादित भूमि के फैसले को लेकर उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र अग्रवाल और पुलिस उपाधीक्षक रतनलाल की मौजूदगी में सीएलजी सदस्यों की बैठक आयोजित हुई. इस दौरान उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने कहा कि जितने भी सोशल मीडिया फेसबुक, वाट्सएप ग्रुप हैं, उनमें किसी भी तरह की भड़काऊ, सामाजिक सौहार्द, शांति व्यवस्था बिगाड़ने जैसी पोस्ट न करें. साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की है.

यह भी पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: अलवर में नामांकन के बाद बीजेपी और कांग्रेस बागियों को मनाने में जुटी

वहीं पुलिस उपाधीक्षक रतनलाल ने कहा कि किसी भी तरह की सामाजिक सौहार्द, वातावरण बिगाड़ने या कोई भी भड़काऊ पोस्ट न करे. अगर ऐसा करता हुआ कोई पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं सीएलजी के सदस्यों ने भी शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन के सहयोग करने की बात कही.

Intro:Body:सांगोद(कोटा)
मोतीलाल सुमन

सांगोद में हुई सी एल जी व शांति समिति सदस्यों की बैठक

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर न्यायालय से फैसला आने की संभावनाओं को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासन सतर्क हो गया है। फैसले के दौरान किसी तरह की अशांति और सौहार्द ना बिगड़े इसके लिए पुलिस एवं प्रशासन ने पूरी गंभीरता बरतनी शुरू कर दी है। शुक्रवार को यहां पुलिस थाने में सीएलजी, शांति समिति, सौहार्द संकल्प समिति समेत दोनों सम्प्रदायों से जुड़े प्रबुद्धजनों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में अधिकारियों ने फैसला किसी के भी पक्ष में आए, लेकिन किसी तरह का जश्न का माहोल नहीं करने की अपील की। इसके लिए डीजे संचालकों एवं आतिशबाजी बेचने वालों को भी पाबंद किया गया। उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर न्यायालय का फैसला किसी भी क्षण आ सकता है। इसको लेकर पुलिस एवं प्रशासन ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस एवं प्रशासन की निगाह सोशल मीडिया पर भी रहेगी। सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली एवं आपत्तिजनक पोस्ट वायरल नहीं करे। ऐसे लोगों पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी। उन्होंने डीजे संचालकों को फैसला आने के बाद किसी भी तरह के जुलूस आदि कार्यक्रमों में डीजे नहीं बजाने एवं आतिशबाजी बेचने वालों को भी फैसले के दिन व बाद में किसी भी तरह की आतिशबाजी नहीं बेचने को लेकर पाबंद किया। अधिकारियों ने सभी लोगों से आपसी प्रेम और भाईचारा बनाए रखने की अपील की। बैठक में पुलिस उपाधीक्षक रामेश्वर परिहार ने कहा कि कोर्ट से फैसला कुछ भी आए हमें नगर के सौहार्द को बनाए रखना है। साथ ही कहा की यह हम सब की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि हम भाईचारे के साथ रहते हुए नगर के सौहार्द को बनाए रखें।
बैठक में सांगोद तहसीलदार नईमुद्दीन, पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वर परिहार, थानाधिकारी धनराज मीणा, नायब तहसीलदार प्रीतम सिंह, पालिकाध्यक्ष देवकीनंदन राठौर व नगर के सीएल जी व शांति समिति के सदस्य मौजूद रहे।
बाईट रामेश्वर परिहार पुलिस उप अधीक्षकConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.