कोटा. कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने गुरुवार को जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ से मुलाकात की. इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कोटा शहर में पदस्थापित RSS अधिकारी और एडीएम सिटी आरडी मीणा पर गंभीर आरोप लगाए. यहां तक कि उन्होंने उन्हें बारां के पूर्व कलेक्टर और निलंबित आईएएस अधिकारी इंद्र सिंह राव के बराबर बता दिया.
विधायक भरत सिंह (Kota MLA Bharat Singh) ने कहा कि ऐसे लोग सिटी मजिस्ट्रेट की कुर्सी पर बैठने लायक नहीं है. साथ ही उन्होंने अपनी ही सरकार के खिलाफ कई मुद्दों पर बयान देने के सवाल पर बीजेपी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि 'कहां मर गई बीजेपी' क्यों गलत बात के लिए नहीं बोलती है, मैं बोल कर पाप नहीं कर रहा हूं... लोगों के हित में बात बोलता हूं. सरकार मेरी बात सुनती है और मेरी बात को तवज्जो भी देती है.
'जो लोग ऊंचा सुनते हैं, उनके लिए ऊंचा बोलना होता है'
विधायक भरत सिंह ने कहा कि हर मामले पर एक्शन होगा. हाल ही में मैंने अवैध खनन और फॉरेस्ट का मुद्दा उठाया था. इस पर पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई यहां पर आए. सरकार ने मेरी बात मानी है. वन विभाग के कई अधिकारी भी यहां पर आए हैं. इसीलिए मैं बोलता हूं लेकिन जो लोग ऊंचा सुनते हैं, उनके लिए ऊंचा ही बोलना होता है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार पहली बार में मेरी बात को मान लेगी तो इन लोगों की सच्चाई सब लोगों के सामने किस तरह से प्रदर्शित होगी.
यह भी पढ़ें. सीएम गहलोत के 3 महीने बाद घर से बाहर निकलने पर BJP का कटाक्ष, कहा- क्वॉरेंटाइन खत्म, अब तो कर दो मंत्रिमंडल विस्तार
कांग्रेस जिलाध्यक्ष को 2 घंटे इंतजार करवाना शर्मनाक
उन्होंने कहा कि देहात कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अपने आर्म्स लाइसेंस को रिन्यू करवाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट आरडी मीणा से मिलना चाहती थी लेकिन 2 घंटे तक घंटे के बाहर खड़ी रही. इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है? साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने कलेक्टर को अवगत करवाया है कि RSS अधिकारी आरडी मीणा को जो बंगला एलॉट हुआ है, उसमें यह नहीं रहते हैं. इनका बेटा रहता है. साथ ही एक गाड़ी दीगोद एसडीएम के लिए आई थी. जिसको भी इन्होंने अपने पास रख लिया और दीगोद एसडीएम को पुरानी जीप दे दी.
अधिकारी अपनों को दे रहा है बंदूक के लाइसेंस
विधायक सिंह ने कहा कि अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के लिए हथियार प्राप्त करना सहज पूरा है. उन्हें किसी तरह की कोई लाइसेंस की जरूरत नहीं है लेकिन एक आम आदमी के लिए हथियार का लाइसेंस काफी दुर्लभ है. कुर्सी पर बैठे हुए लोग अपने बेटे को 2 महीने में लाइसेंस दे देते हैं. यहां तक कि अन्य कई अधिकारियों को भी तुरंत लाइसेंस दिलवा रहे हैं लेकिन जिन लोगों के परिजनों का देहांत हो गया है और उनके वारिसों को लाइसेंस मिलना काफी मुश्किल है. सालों तक भी चक्कर लगाने के बावजूद उन्हें लाइसेंस नहीं मिल रहे हैं.
नहीं हटाया तो मैं खुद एडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करूंगा
विधायक भरत सिंह ने कहा कि एडीएम सिटी मीणा से लाइसेंस का काम ले लिया गया है. सच्चाई थी इसलिए कार्रवाई हुई है. साथ ही गड़बड़ी करने वाले बाबू को भी हटा दिया. हालांकि, यह सब लोग मरे हुए चूहे की तरह हैं, जो एक स्थान पर बदबू दे रहे थे. लेकिन जब उन्हें दूसरे स्थान पर फेंक दिया जाएगा तो भी बदबू ही देंगे. मैं जिला कलेक्टर से मांग कर के आया हूं कि ऐसे लोगों को यहां पर रहने का अधिकार नहीं है. जनता के हित में नहीं है. अगर इन्हें नहीं हटाया जाता है तो यह अगले गुरुवार को उनके नेतृत्व में ही एडीएम सिटी कार्यालय के सामने प्रदर्शन होगा और आरडी मीणा का पुतला जलाया जाएगा.