कोटा. घूस लेने के मामले में गिरफ्तार कोटा जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को अब पार्टी से निलंबित कर दिया है. कांग्रेस पार्टी ने 6 साल के लिए सुरेंद्र गुर्जर को निलंबित किया है. पीसीसी चीफ सचिन पायलट के निर्देश पर संगठन महासचिव महेश शर्मा ने उनके निष्कासन का आदेश जारी किया है.
सुरेंद्र गुर्जर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है. इस मामले में पूर्व मंत्री और सांगोद के मौजूदा विधायक भरत सिंह ने जिला प्रमुख की खिलाफत शुरू कर दी थी. साथ ही इस संबंध में उन्होंने पीसीसी सचिव, डिप्टी सीएम सचिन पायलट को पत्र लिखा था, कि वह जिला प्रमुख के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करें.
विधायक भरत सिंह ने खोला था मोर्चा
जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर का नाम आया था तो विधायक भरत सिंह ने उनके खिलाफ अभियान छेड़ दिया था. विधायक भरत सिंह ने कहा था, कि उन्होंने ही जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को टिकट दिलाया और राजनीति में प्रमोट किया था. साथ ही जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को जिला परिषद से टिकट दिलवाने और जिला प्रमुख बनवाने में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन बीते कुछ सालों से वे भ्रष्टाचार में लिप्त हो गए थे और जिला परिषद में उन्होंने भ्रष्टाचार पनपा दिया था.
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वहीं रिश्वत के इस मामले में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के पीए चंद्र प्रकाश गुप्ता को 13 दिसंबर 2019 को एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इसके बाद इस मामले में जिला परिषद के ही कनिष्ठ सहायक कमलकांत वैष्णव को भी एसीबी ने गिरफ्तार किया था. गुरुवार को ही एसीबी बारां की टीम ने जिला प्रमुख को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया था. जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है.