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Tourist Places in Kota : किशोर सागर तालाब बना टूरिस्ट हब, कुछ साल में डिवेलप हो गए 8 स्पॉट

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Published : May 21, 2023, 7:52 AM IST

कुछ सालों पहले तक किशोर सागर तालाब में बना हुआ जग मंदिर के साथ छत्र विलास गार्डन हुआ करता था, लेकिन नगर विकास न्यास ने इस पूरे इलाके को विकसित करते हुए टूरिस्ट अब बना दिया है. जिसमें 7 से आठ अलग-अलग टूरिस्ट पैलेस बने हुए हैं. जहां पर घंटों लोग बिता सकते हैं. इनमें से दो से तीन टूरिस्ट स्पॉट का निर्माण तो इसी साल पूरा हो रहा है.

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कोटा का किशोर सागर तालाब बना टूरिस्ट हब

कोटा. जिले में किशोर सागर तालाब के नजदीक कई टूरिस्ट स्पॉट हाल ही में विकसित किए गए हैं. यह सारा विकास इस इलाके में 10 से 15 साल के बीच ही हुआ है. इससे पहले यहां पर केवल किशोर सागर तालाब और उसमें बना हुआ जग मंदिर के साथ छत्र विलास गार्डन हुआ करता था, लेकिन नगर विकास न्यास ने इस पूरे इलाके को विकसित करते हुए टूरिस्ट अब बना दिया है. जिसमें 7 से आठ अलग-अलग टूरिस्ट पैलेस बने हुए हैं. जहां पर घंटों लोग बता सकते हैं. इनमें से दो से तीन टूरिस्ट स्पॉट का निर्माण तो इसी साल पूरा हो रहा है. वहीं कुछ टूरिस्ट स्पॉट का निर्माण साल 2011 से 2013 के बीच हुआ था. अब यहां पर राजकीय संग्रहालय, छत्र विलास गार्डन, किशोर सागर तालाब की पाल, कला दीर्घा, हाट बाजार, किशोर सागर तालाब, बाराहदरी, सालिम सिंह की हवेली, पानी में तैरते हुए घोड़े और सेवन वंडर पार्क बने हुए हैं. इसके अलावा यहां पर वोटिंग का लुफ्त भी पर्यटक उठा सकते हैं.

7 करोड़ से बना जैसलमेर की सालिम सिंह हवेली की रेप्लिका : नगर विकास न्यास के अधिशासी अभियंता अंकित अग्रवाल का कहना है कि जैसलमेर के पीले पत्थर से नगर विकास न्यास ने सालिम सिंह की हवेली का निर्माण करवाया है. यह निर्माण भी किशोर सागर तालाब की पाल पर हुआ है. जिस तरह से जैसलमेर में बनी हुई सालम सिंह की हवेली में झरोके और पत्थर पर वर्क हो रखा है, वैसा ही काम यहां पर हुआ है. जैसलमेर की बेजोड़ स्थापत्य कला का नजराना के हूबहू छवि बनी है. यह निर्माण 7 करोड़ 35 लाख रुपए से तैयार हुआ है. जिसमें आकर्षक झरोखे, मेहराब, छतरियां, झूमर, तोडियां, आकर्षक लाइटिंग की जा रही है. यह इमारत 17 मीटर उंची है. साथ ही इसकी लंबाई 9 गुना 12 मीटर है. इस आकर्षक मॉडल में पर्यटकों के लिए सीढ़ियां और लिफ्ट दोनों सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी. इसमें कई जगह पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाए जाएंगे.

लाखों पर्यटकों को लुभाता है कोटा का सेवन वंडर पार्क : कोटा में किशोर सागर तालाब की वल्लभबाड़ी के तरफ की पाल पर साल 2013 में कोटा में सेवन वंडर पार्क बनकर तैयार हुआ था. जिसमें सात नए अजूबे स्थापित किए गए हैं. इसमें एफिल टावर, पिरामिड, पीसा की झुकी हुई मीनार, कोलेजियम, स्टैचू ऑफ लिबर्टी, क्राइस्ट द रिडीमर और ताजमहल भी बिल्कुल हूबहू बना है. इसको देखने के लिए भी लाखों पर्यटक साल भर में यहां पर पहुंचते हैं. इतिहासकार फिरोज अहमद बताते हैं कि पहले इस जगह पर कचरा हुआ करता था और गंदगी पड़ी हुई थी. तालाब के किनारे में इस गंदी जगह का सही उपयोग किया गया है. साथ ही यूआईटी को भी इससे लाखों की इनकम पर्यटकों के टिकट से हो रही है.

पढ़ें : भालू खाता है फ्रूट आइसक्रीम,दरियाई घोड़े को मिलता है तरबूज, वन्यजीव उठा रहे हेल्थ ड्रिंक का लुफ्त

पहले खाली हो जाता था किशोर सागर तालाब : इतिहासकार फिरोज अहमद का कहना है कि किशोर सागर तालाब में साजिदेहड़ा नाले का पानी डाला जाता था. क्योंकि पुराने परकोटे के चारों तरफ एक बड़ी खाई हुआ करती थी. जिससे पानी बहकर पहुंचता था. ऐसे में बारिश के पानी में इसे पर दिया जाता था. इसके बाद यह पानी खाली हो जाता था. जिसमें इसकी सफाई भी राज-परिवार करवाया करता था, लेकिन बाद में नहर बनने के बाद उसका पानी इस में आने लगा. नहर बंद होने पर भी यह पानी खोली हो जाता था. साथ गंदगी होने पर जिला प्रशासन ने भी इसकी सफाई खाली करके करवाई है. हालांकि अब गेट बन जाने के चलते हैं, इसका पानी नहीं रीतता है.

पुराने हाट बाजार को बनाया हेरिटेज : नगर विकास न्यास ने हाल ही में पुराने हाट बाजार को भी पूरी तरह से विकसित कर दिया. यहां पर एक एयर कंडीशन लाइब्रेरी पर बना दी है. शांत माहौल में कोई पढ़ना चाहता है, तो उसके लिए एक जगह यहां पर बनी हुई है. इसके साथ ही पूरी तरह से विकसित करते हुए ग्लासडोर वाली दुकाने भी बनाई है. जिन्हें लीज पर देने का काम भी शुरू कर दिया है. नगर विकास न्यास के अधिशासी अभियंता अंकित अग्रवाल का कहना है कि इन दुकानों को लीज पर हस्त कामगारों को दिया जाएगा. किसी के सामने कला दीर्घा और पास में राजकीय संग्रहालय स्थित है. ऐसे में पर्यटक इनका भी आनंद उठा सकते हैं.

पढ़ें : Special : पानी पर दौड़ रहे घोड़े, कैसे बन रहा स्ट्रक्चर और क्या है खासियत ? यहां जानिए

जगमंदिर के सौंदर्यकरण के लिए और हो कार्य : इतिहासकार फिरोज अहमद का कहना है कि जग मंदिर के सौंदर्य बढ़ाने के लिए कई काम हुए है, लेकिन वहां पर टॉयलेट से लेकर कई चीजों का निर्माण होना चाहिए. इसके साथ ही सौंदर्यकरण और मजबूती के लिए भी कार्य होना चाहिए. वहां पर जो खजूर के पेड़ थे, वहीं इसकी सुंदरता बढ़ाते थे. यह पेड़ खराब हो गए हैं. ऐसे में इस तरह के पेड़ लगने चाहिए. यह पूरा जग मंदिर पानी पर ही है. ऐसे में इसको खाली कर कर भी कुछ दिन रखना चाहिए. ताकि उसकी सुंदरता बनी रहे और उसकी नींव भी कमजोर नहीं हो.

बोटिंग का लुफ्त भी उठा सकते है पर्यटक : किशोर सागर तालाब की पाल पर वैसे ही बड़ी संख्या में पर्यटक रोज घूमने आते हैं. ऐसे में केएसटी पर नए निर्माण भी चार चांद लगा रहे है. केएसटी पर पहले से ही फाउंटेन और लाइटिंग के साथ बाराहदरी लोगों का मन मोह होती है. इसके साथ ही बाराहदरी सालिम सिंह की हवेली के सामने भी बनाई गई है. किशोर सागर तालाब की पाल पर वोटिंग का लुफ्त भी पर्यटक उठा सकते हैं. नगर विकास न्यास ने इसके लिए टेंडर किया हुआ है. जिसमें बड़ी नाव से लेकर कई तरह की बोट यहां पर है. जिनमें पर्यटक लुफ्त उठा सकते हैं. इसमें नावों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. इनमें शिकारा बोट भी शामिल है.

कोटा का किशोर सागर तालाब बना टूरिस्ट हब

कोटा. जिले में किशोर सागर तालाब के नजदीक कई टूरिस्ट स्पॉट हाल ही में विकसित किए गए हैं. यह सारा विकास इस इलाके में 10 से 15 साल के बीच ही हुआ है. इससे पहले यहां पर केवल किशोर सागर तालाब और उसमें बना हुआ जग मंदिर के साथ छत्र विलास गार्डन हुआ करता था, लेकिन नगर विकास न्यास ने इस पूरे इलाके को विकसित करते हुए टूरिस्ट अब बना दिया है. जिसमें 7 से आठ अलग-अलग टूरिस्ट पैलेस बने हुए हैं. जहां पर घंटों लोग बता सकते हैं. इनमें से दो से तीन टूरिस्ट स्पॉट का निर्माण तो इसी साल पूरा हो रहा है. वहीं कुछ टूरिस्ट स्पॉट का निर्माण साल 2011 से 2013 के बीच हुआ था. अब यहां पर राजकीय संग्रहालय, छत्र विलास गार्डन, किशोर सागर तालाब की पाल, कला दीर्घा, हाट बाजार, किशोर सागर तालाब, बाराहदरी, सालिम सिंह की हवेली, पानी में तैरते हुए घोड़े और सेवन वंडर पार्क बने हुए हैं. इसके अलावा यहां पर वोटिंग का लुफ्त भी पर्यटक उठा सकते हैं.

7 करोड़ से बना जैसलमेर की सालिम सिंह हवेली की रेप्लिका : नगर विकास न्यास के अधिशासी अभियंता अंकित अग्रवाल का कहना है कि जैसलमेर के पीले पत्थर से नगर विकास न्यास ने सालिम सिंह की हवेली का निर्माण करवाया है. यह निर्माण भी किशोर सागर तालाब की पाल पर हुआ है. जिस तरह से जैसलमेर में बनी हुई सालम सिंह की हवेली में झरोके और पत्थर पर वर्क हो रखा है, वैसा ही काम यहां पर हुआ है. जैसलमेर की बेजोड़ स्थापत्य कला का नजराना के हूबहू छवि बनी है. यह निर्माण 7 करोड़ 35 लाख रुपए से तैयार हुआ है. जिसमें आकर्षक झरोखे, मेहराब, छतरियां, झूमर, तोडियां, आकर्षक लाइटिंग की जा रही है. यह इमारत 17 मीटर उंची है. साथ ही इसकी लंबाई 9 गुना 12 मीटर है. इस आकर्षक मॉडल में पर्यटकों के लिए सीढ़ियां और लिफ्ट दोनों सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी. इसमें कई जगह पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाए जाएंगे.

लाखों पर्यटकों को लुभाता है कोटा का सेवन वंडर पार्क : कोटा में किशोर सागर तालाब की वल्लभबाड़ी के तरफ की पाल पर साल 2013 में कोटा में सेवन वंडर पार्क बनकर तैयार हुआ था. जिसमें सात नए अजूबे स्थापित किए गए हैं. इसमें एफिल टावर, पिरामिड, पीसा की झुकी हुई मीनार, कोलेजियम, स्टैचू ऑफ लिबर्टी, क्राइस्ट द रिडीमर और ताजमहल भी बिल्कुल हूबहू बना है. इसको देखने के लिए भी लाखों पर्यटक साल भर में यहां पर पहुंचते हैं. इतिहासकार फिरोज अहमद बताते हैं कि पहले इस जगह पर कचरा हुआ करता था और गंदगी पड़ी हुई थी. तालाब के किनारे में इस गंदी जगह का सही उपयोग किया गया है. साथ ही यूआईटी को भी इससे लाखों की इनकम पर्यटकों के टिकट से हो रही है.

पढ़ें : भालू खाता है फ्रूट आइसक्रीम,दरियाई घोड़े को मिलता है तरबूज, वन्यजीव उठा रहे हेल्थ ड्रिंक का लुफ्त

पहले खाली हो जाता था किशोर सागर तालाब : इतिहासकार फिरोज अहमद का कहना है कि किशोर सागर तालाब में साजिदेहड़ा नाले का पानी डाला जाता था. क्योंकि पुराने परकोटे के चारों तरफ एक बड़ी खाई हुआ करती थी. जिससे पानी बहकर पहुंचता था. ऐसे में बारिश के पानी में इसे पर दिया जाता था. इसके बाद यह पानी खाली हो जाता था. जिसमें इसकी सफाई भी राज-परिवार करवाया करता था, लेकिन बाद में नहर बनने के बाद उसका पानी इस में आने लगा. नहर बंद होने पर भी यह पानी खोली हो जाता था. साथ गंदगी होने पर जिला प्रशासन ने भी इसकी सफाई खाली करके करवाई है. हालांकि अब गेट बन जाने के चलते हैं, इसका पानी नहीं रीतता है.

पुराने हाट बाजार को बनाया हेरिटेज : नगर विकास न्यास ने हाल ही में पुराने हाट बाजार को भी पूरी तरह से विकसित कर दिया. यहां पर एक एयर कंडीशन लाइब्रेरी पर बना दी है. शांत माहौल में कोई पढ़ना चाहता है, तो उसके लिए एक जगह यहां पर बनी हुई है. इसके साथ ही पूरी तरह से विकसित करते हुए ग्लासडोर वाली दुकाने भी बनाई है. जिन्हें लीज पर देने का काम भी शुरू कर दिया है. नगर विकास न्यास के अधिशासी अभियंता अंकित अग्रवाल का कहना है कि इन दुकानों को लीज पर हस्त कामगारों को दिया जाएगा. किसी के सामने कला दीर्घा और पास में राजकीय संग्रहालय स्थित है. ऐसे में पर्यटक इनका भी आनंद उठा सकते हैं.

पढ़ें : Special : पानी पर दौड़ रहे घोड़े, कैसे बन रहा स्ट्रक्चर और क्या है खासियत ? यहां जानिए

जगमंदिर के सौंदर्यकरण के लिए और हो कार्य : इतिहासकार फिरोज अहमद का कहना है कि जग मंदिर के सौंदर्य बढ़ाने के लिए कई काम हुए है, लेकिन वहां पर टॉयलेट से लेकर कई चीजों का निर्माण होना चाहिए. इसके साथ ही सौंदर्यकरण और मजबूती के लिए भी कार्य होना चाहिए. वहां पर जो खजूर के पेड़ थे, वहीं इसकी सुंदरता बढ़ाते थे. यह पेड़ खराब हो गए हैं. ऐसे में इस तरह के पेड़ लगने चाहिए. यह पूरा जग मंदिर पानी पर ही है. ऐसे में इसको खाली कर कर भी कुछ दिन रखना चाहिए. ताकि उसकी सुंदरता बनी रहे और उसकी नींव भी कमजोर नहीं हो.

बोटिंग का लुफ्त भी उठा सकते है पर्यटक : किशोर सागर तालाब की पाल पर वैसे ही बड़ी संख्या में पर्यटक रोज घूमने आते हैं. ऐसे में केएसटी पर नए निर्माण भी चार चांद लगा रहे है. केएसटी पर पहले से ही फाउंटेन और लाइटिंग के साथ बाराहदरी लोगों का मन मोह होती है. इसके साथ ही बाराहदरी सालिम सिंह की हवेली के सामने भी बनाई गई है. किशोर सागर तालाब की पाल पर वोटिंग का लुफ्त भी पर्यटक उठा सकते हैं. नगर विकास न्यास ने इसके लिए टेंडर किया हुआ है. जिसमें बड़ी नाव से लेकर कई तरह की बोट यहां पर है. जिनमें पर्यटक लुफ्त उठा सकते हैं. इसमें नावों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. इनमें शिकारा बोट भी शामिल है.

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