रामगंजमंडी (कोटा). एक तरफ पूरे देश में लॉकडाउन हैं. वहीं दूसरी ओर मजदूर अपने बीमार परिजनों की दवाइयां लेने के लिए एसडीएम से परमिशन मांग रहे हैं. इस कड़ी में वह लगातार उपखण्ड कार्यालय के चक्कर काट रहे है.
वहीं कई व्यक्ति अपने बीमार परिजनों के इलाज की परमिशन मांगने के लिए एसडीएम के बंगले के चक्कर काट रहे है, लेकिन उन्हें परमिशन नहीं मिल पा रही हैं. वहीं रविवार को एसडीएम चिमनलाल मीणा के बंगले के बाहर सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई. एसडीएम के घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई. लेकिन एसडीएम अपने बंगले से बाहर नहीं निकले.
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इस दौरान बंगले के बाहर कई मरीज खड़े नजर आए. भवानीमंडी अस्पताल जाकर अपना इलाज करवाने की परमिशन मांगने आए बजरंगलाल नागर ने बताया कि उसे चर्म रोग बीमारी है, जिसका कोर्स लेने जाने की परमिशन मांगने के लिए वह 2 दिनों से चक्कर काट रहा हैं, लेकिन उसके परमिशन पर साइन नहीं किया जा रहा है.
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वहीं परमिशन मांगने आए मनोज ने बताया कि लॉकडाउन चल रहा है. यहां जितने लोग खड़े हैं, वह सभी ग्रामीण इलाकों से है. ऐसे में उन्हें दवाइयां खरीदने की इजाजत मिलनी चाहिए. कई लोग ऐसे भी हैं, जो दूसरे जिलों में फंसे परिजनों को लाने के लिए इजाजत मांगने आए हैं. बता दें कि ऐसे ही खैराबाद के एक मरीज को 5 दिनों के बाद जयपुर अस्पताल ले जाने की परमिशन दी गई, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था.