कोटा. मेडिकल कॉलेज परिसर में MBBS कर रही यूजी, पीजी छात्राओं से आये दिन छेड़छाड़ की घटना को लेकर विद्यार्थी और रेजीडेंट डॉक्टरों में गुस्सा फूट पड़ा. छात्राओं के साथ शनिवार दोपहर को भी छेड़छाड़ की घटना हुई. इस मामले में महावीर नगर पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा है.
उधर, समस्या को लेकर मेडिकल कॉलेज छात्र-छात्राएं और रेजीडेंट डॉक्टर एकजुट हो गए. प्रशासनिक भवन में बने प्रिंसिपल कक्ष के बाहर वो 2 घंटे तक धरने पर बैठे रहे. इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उनकी मांग थी कि छेड़छाड़ की घटना को रोकने और सुरक्षा के लिए प्राचार्य द्वारा कठोर कदम उठाया जाये.
छात्राओं ने बताया कि मेडिकल कॉलेज परिसर में आए दिन मनचले घुस आते हैं. कैम्पस को बाहर के लोगों ने अय्याशी का अड्डा बना रखा है. राह चलती छात्राओं पर फब्तियां कसते और छेड़छाड़ करते हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है. गार्ड भी कुछ नहीं कर पाते हैं. उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने कैम्पस को पैसा वसूली का साधन बना रखा है.
उन्होंने प्राचार्य पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि प्राचार्य को केवल कुर्सी पर बैठने से मतलब है. रेजीडेंट और मेडिकल छात्र-छात्राओं की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है. लगातार कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं. लेकिन हर बार उन पर ही दोष दिया जाता है. 2 घंटे चले इस घटनाक्रम के बाद प्राचार्य गिरीश वर्मा, अस्पताल अधीक्षक डॉ. देवेन्द्र विजय, डॉ. आरपी मीणा, डॉ. नीलेश जैन मौके पर पहुंचे. उन्होंने एक-एक विद्यार्थियों से उनकी समस्याओं को सुना. साथ ही तुरंत गार्ड को हटाकर नया गार्ड लगाने के निर्देश दिये.