सांगोद (कोटा). जिले के सांगोद में सरकारी विद्यालय प्रशासन की लापरवाही का मामला सामने आया है. विद्यालय की लापरवाही के चलते कक्षा 12वीं की एक छात्रा इसकी शिकार हुई है. जानकारी के अनुसार कमोलर निवासी दिव्या गोचर सांगोद के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत है.
बता दें कि जब विद्यालय में बोर्ड परीक्षाओं के लिए छात्र-छात्राओं से फॉर्म की हार्ड कॉपी भरवाई गयी थी, तब विद्यालय में अध्यनरत छात्रा में भी यह फॉर्म भर कर विद्यालय में जमा करवाया था, जिन्हें बाद में विद्यालय की ओर से बोर्ड की साइड पर अपलोड किया गया था. लेकिन जब बोर्ड की ओर से परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी किए गए तो दिव्या ने जैसे ही अपना प्रवेश पत्र देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गए. क्योकि उसके प्रवेश पत्र में हिस्ट्री विषय के जगह हिंदी साहित्य था.
इस मामले में जब परिजनों ने मामले को लेकर विद्यालय में टीचर से बात की तो टीचर की ओर से कहा गया कि फॉर्म ऑनलाइन अपलोड करते समय यह गलती हुई होगी, जिसे बोर्ड को अवगत करवाकर सही करवाया जा सकता है. जब छात्रा के परिजनों ने गलती को सही करवाने के लिए विद्यालय के टीचर से कहा तो विद्यालय के टीचर ने कहा के छात्रा के परिजनों को ही समस्या सही करवानी पड़ेगी.
इस पर जब परिजनों ने कहा कि गलती विद्यालय की ओर से हुई है तो गलती सही कराना भी विद्यालय की जिम्मेदारी है. टीचर ने जवाब दिया कि गलती परिजनों को ही सही करवानी पड़ेगी. अगर विद्यालय की गलती है तो विद्यालय पर केस कर दो.
वहीं, स्कूल के प्रधानाचार्य ओमप्रकाश का कहना है विषय बदलवाने के लिए माध्यमिक बोर्ड नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है और टीचर की ओर से डीडी बनवाई जा रही है.उन्होंने कहा कि स्कूल प्रशासन से गलती तो हुई है और स्कूल प्रशासन इसका पूरा खर्चा उठाने को तैयार है.