इटावा (कोटा). जिले के इटावा में लोकडाउन 3.0 के बीच एक ऐसी शादी देखने को मिली जहां झालावाड़ से दुल्हन प्रीति को लेकर उसके माता पिता इटावा पहुंचे. जहां दूल्हे का घर ही दुल्हन का घर बना और एक स्थान पर सारी रस्में पूरी की गई. वहीं कुंदन और प्रीति विवाह बंधन में बंधकर हमसफर बन गए है.
इस दौरान देखने वाली बात यह रही कि ना बारात आई, ना दूल्हा घोड़ी चढ़ा और ना ही धूम-धड़ाका देखने को मिला. बिना खर्चे की यह शादी उन लोगों के लिए एक मिसाल बनकर सामने आई है, जो कर्ज लेकर शादी विवाह के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर देते है. वहीं इस विवाह समारोह के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया गया.
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दूल्हे के बड़े भाई पवन गौड़ ने बताया कि सदैव इस प्रकार की शादियों के आयोजन करने को लेकर सरकार को एक कानून बना देना चाहिए, जिसके चलते शादियों के नाम पर होने वाले फिजूल खर्चे बचेंगे. साथ ही दिखावे के इस दौर में दूल्हा, दुल्हन के माता पिता कर्जदार होने से बच सकेंगे.