रामगंजमंडी (कोटा). कोटा जिले की रामगंजमंडी में शुक्रवार को भारतीय किसान संघ द्वारा राज्य सरकार के विरुद्ध 21 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान प्रदेश स्तरीय आवाह्न पर शहर की कृषि उपज मंडी, सब्जी मंडी व दूध डेरियां आदि पूरी तरह से बंद रहीं. वहीं प्रदेश सरकार के विरोध में भारतीय किसान संघ की ओर से शहर के मुख्य चौराहों पर रैली भी निकालकर नारेबाजी की गई.
इस दौरान संघ के कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार किसानों का शोषण कर रही है. कर्ज माफी के नाम पर भी उन्हें छला जा रहा है. भारतीय किसान संघ की ओर से किसानों ने बाजार बंद कर सरकार की नीतियों के विरोध में रैली के दौरान विभिन्न चौराहों पर प्रदर्शन किया. इस दौरान 21 सूत्री मांगों को लेकर रामगंजमंडी उपखण्ड अधिकारी देशल दान को ज्ञापन भी सौंपा गया.
भारतीय किसान संघ तहसील उपाध्यक्ष ओमप्रकाश फौजी ने बताया कि पूर्व में भारतीय किसान संघ ने कोटा कलेक्टरी पर आंदोलन किया. वहीं 21 सूत्रीय मांगों को लेकर आज पूरे प्रदेश के किसानों ने व्यापार बंद रखने का आवाह्न किया था. कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है जहां एक तरफ सरकार अपने विधायकों को 5 सितारा होटल में ठहरा रही है, वहीं दूसरी ओर किसानों को हर योजना के लाभ के लिए तरसना पड़ रहा है. अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो हम जयपुर कूच कर विधानसभा का घेराव करेंगे.
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उन्होंने कहा कि किसानों को कर्जा माफी से लेकर ऋण योजना, किसान कार्ड, मुआवजा आदि का लाभ तक नहीं मिल रहा. वहीं किसानों का कहना है कि कोटा के किसानों के साथ सरकार पक्षपात कर रही है. राजस्थान के कुछ जिलों को छोड़ कर योजना लागू की जा रही है. यहां का किसान खेत में ही अपनी उम्र खपा दे रहा है, लेकिन राज्य सरकार सोई हुई है. कर्जा माफी से लेकर ऋण योजना, किसान कार्ड, मुआवजा आदि का लाभ तक नहीं मिल रहा. वहीं किसानों ने कहा कि कोटा जिले के किसानों के साथ सरकार पक्षपात कर रही है.