सांगोद (कोटा). जिले के किसानों को एक बार फिर बारिश की मार झेलनी पड़ी है. शनिवार देर रात लगभग 3 बजे से सुबह 6 बजे तक हुई बारिश ने धान की खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया है, जिससे किसानों पर मुसीबत आ खड़ी हुई है.
बता दें कि सोयाबीन और उड़द की फसल तो बारिश के कारण पहले ही नष्ट हो चुकी है. ऐसे में अब किसानों को बची हुई आस धान की फसल पर थी. वो भी रविवार की सुबह हुई बारिश और हवाओं के चलते खेत में लेटी हुई नजर आ रही है. ऐसे में किसानों के माथे पर दोबारा चिंता की लकीरों ने जगह बना ली है. किसान जोगेंद्र का कहना है कि 12 हजार रुपए प्रति बीघा पर जमीन किराये पर ली थी. अब उनको नुकसान सहना पड़ेगा.
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ऐसे में बची-खुची उम्मीद धान की फसल से थी. वो फसल भी रात को हुई बारिश के कारण अब खेत में पड़ी है, जिससे अब उससे भी अच्छी उपज की उम्मीद बहुत कम बची है. ऐसे में किसान अब सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि फसली नुकसान का दोबारा सर्वे करवाकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए.