ETV Bharat / state

मंदिर में तोड़फोड़ का मामला, इटावा कस्बा बंद रखकर किया विरोध प्रदर्शन - rajasthan

कोटा के इटावा कस्बे के मंदिर में असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ के मामला के बाद हिंदू संगठनों ने पुलिस उपाधीक्षक और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था. जिसमें 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई थी. लेकिन आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने के चलते सोमवार को संगठनों ने विरोध जताते हुए इटावा कस्बे को बंद रखा.

मंदिर में तोड़फोड़ का मामला,
author img

By

Published : Jul 15, 2019, 1:34 PM IST

कोटा. राजस्थान के के इटावा कस्बे में 5 दिन पहले अखाड़ा बालाजी मंदिर में स्थित शिवलिंग को 8 जुलाई की रात को अज्ञात समाज-कंटकों ने तोड़ने का मामला सामने आया था.इसके विरोध में सोमवार को इटावा में विश्व हिंदू परिषद ने अपना विरोध जताते हुए इटावा कस्बे को बंद रखा है.

मंदिर में तोड़फोड़ का मामला,

इसमें इटावा व्यापार संघ ने भी विश्व हिंदू परिषद का सहयोग किया है. विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं.मामले के अनुसार मंदिर तोड़ने के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था और पुलिस और प्रशासन को जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा था.

हालांकि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर हिंदू संगठनों ने आज इटावा कस्बे को बंद रखा है. ऐसे में इटावा कस्बा पूर्णतयः बंद है. व्यापारियों ने सहयोग करते हुए अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले और वे अपनी दुकानों के बाहर ही बैठे हैं.

पूरे कस्बे में शांति बनाए रखने के लिए बड़ी मात्रा में पुलिस बल और आरएसी तैनात की गई है.विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री इंद्रराज सिंह का कहना है कि मंदिर तोड़े जाने की घटना को पुलिस और प्रशासन हल्के में ले रहा है. जबकि इससे पूरे हिंदू समाज में आक्रोश है.

पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और न ही किसी तरह की कार्रवाई की गई है. इसके विरोध नहीं हमने इटावा कस्बे को बंद रखा है. अगर पुलिस इसी तरह से शांत बैठी रही तो हम पूरी पीपल्दा तहसील को बंद करेंगे. उसके बाद धरना प्रदर्शन भी शुरू करेंगे.

कोटा. राजस्थान के के इटावा कस्बे में 5 दिन पहले अखाड़ा बालाजी मंदिर में स्थित शिवलिंग को 8 जुलाई की रात को अज्ञात समाज-कंटकों ने तोड़ने का मामला सामने आया था.इसके विरोध में सोमवार को इटावा में विश्व हिंदू परिषद ने अपना विरोध जताते हुए इटावा कस्बे को बंद रखा है.

मंदिर में तोड़फोड़ का मामला,

इसमें इटावा व्यापार संघ ने भी विश्व हिंदू परिषद का सहयोग किया है. विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं.मामले के अनुसार मंदिर तोड़ने के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था और पुलिस और प्रशासन को जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा था.

हालांकि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर हिंदू संगठनों ने आज इटावा कस्बे को बंद रखा है. ऐसे में इटावा कस्बा पूर्णतयः बंद है. व्यापारियों ने सहयोग करते हुए अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले और वे अपनी दुकानों के बाहर ही बैठे हैं.

पूरे कस्बे में शांति बनाए रखने के लिए बड़ी मात्रा में पुलिस बल और आरएसी तैनात की गई है.विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री इंद्रराज सिंह का कहना है कि मंदिर तोड़े जाने की घटना को पुलिस और प्रशासन हल्के में ले रहा है. जबकि इससे पूरे हिंदू समाज में आक्रोश है.

पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और न ही किसी तरह की कार्रवाई की गई है. इसके विरोध नहीं हमने इटावा कस्बे को बंद रखा है. अगर पुलिस इसी तरह से शांत बैठी रही तो हम पूरी पीपल्दा तहसील को बंद करेंगे. उसके बाद धरना प्रदर्शन भी शुरू करेंगे.

Intro:इटावा कस्बे में मंदिर में समाजकंटको ने तोड़फोड़ की थी, इसके बाद हिंदू संगठनों ने पुलिस उपाधीक्षक और एसडीएम को 24 घंटे का अल्टीमेटम का ज्ञापन सौंपा था और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी.Body:कोटा.
कोटा जिले के इटावा कस्बे में 5 दिन पहले अखाड़ा बालाजी मंदिर में स्थित शिवलिंग को गत 8 जुलाई की रात को अज्ञात समाज-कंटकों तोड़ देने का मामला सामने आया था. इसके विरोध में आज इटावा में विश्व हिंदू परिषद ने अपना विरोध जताते हुए इटावा कस्बे को बंद रखा है. इसमें इटावा व्यापार संघ ने भी विश्व हिंदू परिषद का सहयोग किया है. विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं.

मामले के अनुसार मंदिर तोड़ने के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था और पुलिस और प्रशासन को जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा था. हालांकि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर हिंदू संगठनों ने आज इटावा कस्बे को बंद रखा है. ऐसे में इटावा कस्बा पूर्णतयः बंद है. व्यापारियों ने सहयोग करते हुए अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले और वे अपनी दुकानों के बाहर ही बैठे हैं. पूरे कस्बे में शांति बनाए रखने के लिए बड़ी मात्रा में पुलिस बल और आरएसी तैनात की गई है.Conclusion:विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री इंद्रराज सिंह का कहना है कि मंदिर तोड़े जाने की घटना को पुलिस और प्रशासन हल्के में ले रहा है. जबकि इससे पूरे हिंदू समाज में आक्रोश है. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और न ही किसी तरह की कार्रवाई की गई है. इसके विरोध नहीं हमने इटावा कस्बे को बंद रखा है. अगर पुलिस इसी तरह से शांत बैठी रही तो हम पूरी पीपल्दा तहसील को बंद करेंगे. उसके बाद धरना प्रदर्शन भी शुरू करेंगे.



बाइट-- इन्द्रराज मीणा, जिलामंत्री, विहिप, कोटा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.