कोटा. राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल ना होने पर कांग्रेस में फूट देखी जा रही है. कांग्रेस पार्टी के राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इनकार करने के बाद अपने ही पार्टी के समर्थक कांग्रेस के फैसले का आलोचना कर रहे हैं. वहीं, कोटा में कांग्रेस से जुड़े हुए कुछ पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है और पार्टी को गुडबाय भी बोल दिया है.
यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव और वर्तमान में देहात कांग्रेस के मीडिया प्रभारी कंवर सिंह चौधरी ने कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की है. चौधरी ने कहा कि लगातार 10 साल कांग्रेस में काम किया है, जिसमें एनएसयूआई से लेकर यूथ व मुख्य कांग्रेस में भी में लगातार काम किया. जब-जब कांग्रेस के प्रदर्शन हुए उनमें लाठियां खाई है, लेकिन हिंदू विरोधी भावना कांग्रेस पार्टी ने रखी है. शीर्ष नेतृत्व ने राम मंदिर का निमंत्रण ठुकरा दिया है, यह हिंदुओं के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ किया गया है.
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जनमानस के फैसले का अनादर: हमारे पूर्वज और परिवारों की भावना थी कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए. माता-पिता से लेकर सब सनातन प्रेमी यही चाहते हैं. पहली बार जीवन में ऐसा लग रहा है कि जनवरी के महीने में दिवाली आ रही है.उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के फैसले से ही आहत होकर इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, जिस प्रकार से इस कांग्रेस पार्टी ने हिंदुओं के साथ किया, आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी को हिंदू एक होकर मिटा देंगे.
शीर्ष नेतृत्व के फैसले से नराजगी: पार्टी छोड़ने वाले कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व डिसीजन ले रहा है, यह बात पार्टी में रखने से कोई मतलब नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सबने भगवान राम के मंदिर में सहयोग की बात कही है, लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में निमंत्रण ठुकराने से हजारों युवा साथी और कांग्रेसी कार्यकर्ता आहत हैं. कार्यकर्ताओं ने कहा कि अभी तो यह शुरुआत है, आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी में ऐसे दिन आ जाएंगे की एक भी हिंदू नहीं बचेगा. कंवर सिंह चौधरी का कहना है कि उन्होंने फिलहाल कोई भी पार्टी ज्वाइन नहीं की है. हालांकि, जब वो कांग्रेस पार्टी छोड़ने की जानकारी दे रहे थे , तब भारतीय जनता पार्टी के कुछ पदाधिकारी मौजूद थे. कंवर सिंह चौधरी कांग्रेस में जरूर थे, लेकिन उनके सगे भाई रोहित सिंह चौधरी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए हैं.