कोटा. शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक शिष्ठ मण्डल जिला कलेक्टर से मिलकर डीएलसी दरों के बारे में चर्चा की. इस दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी ने कहा कि वर्तमान में कोटा शहर के व्यापार की स्थिती बहुत खराब है. नगर विकास न्यास और नगर निगम द्वारा भी भूखण्डों का बेचान नहीं हो पा रहा है. भूखण्डों की सेलिंग नहीं होने के कारण नगर विकास न्यास का बजट गड़बड़ा रहा है. इससे शहर के विकास पर असर पड़ रहा है.
त्यागी ने कहा कि वर्तमान सरकार बनने के बाद इस तरह की बात आई थीं की मार्केट की स्थिती सुधारने के लिए डीएलसी दरें कम होनी चाहिए. लेकिन, जिला कलेक्टर द्वारा डीएलसी बैठक में 20 से 40 प्रतिशत दरें बढ़ाने का निर्णय ले लिया गया. जिसको आज दिनांक 1 जूलाई से लागू करने की बात कही जा रही है. शहर के बाहर बारां रोड की कई कॉलोनियां जो अभी डेवलप नहीं हुई हैं, उन पर तीन से चार गुना डीएलसी बढ़ा दी गई है.
कांग्रेस का शिष्ठ मंडल ने कलेक्टर से निवेदन किया की जनहित में और कोटा शहर के विकास को आगे बढ़ाने के लिए आज से जो दरें बढ़ रही हैं, उन्हे तुरन्त रोका जाए और डीएलसी की बैठक फिर से की जाए. इस संदर्भ में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल से विचार विमर्श किया जाए और हमारी बात को राज्य सरकार के शिर्ष नेतृत्व तक पहुंचाया जाए.
उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर द्वारा डीएलसी की बैठक में कोटा शहर की लिए बढ़ाई गई दरें अव्यवहारिक हैं. इस संदर्भ में शीघ्र ही कांग्रेस दल जयपुर जाकर नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल सहित राज्य सरकार को अवगत कराएगा. कांग्रेस शिष्ठ मण्डल में नगर निगम नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका, महामंत्री अनिल अरोड़ा, ब्लॉक अध्यक्ष राजीव आर्चाय, ब्लॉक अध्यक्ष अनुराग गौतम, पूर्व पार्षद पवन मीणा, रमेश चंचलानी, पूर्व छात्रसंध अध्यक्ष विशाल मेवाड़ा और अन्य कार्यकर्ता मैजूद रहे.