कोटा. राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन की तरफ से कॉलेज लेक्चरर भर्ती की परीक्षा रविवार को आयोजित हुई. इस दौरान नई सरकार की भी परीक्षा थी, क्योंकि लगातार पिछली शासन में पेपर लीक की घटनाएं हुई थी, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी मोर्चा खोलकर सत्ता में आई है. परीक्षा केंद्रों पर काफी सख्ती रही. दोपहर 12:00 बजे से एग्जाम शुरू होना था, लेकिन सुबह 11:00 बजे तक ही एंट्री थी. ऐसे में कुछ महिला और पुरुष अभ्यर्थी परीक्षा देने से चूक गए, क्योंकि वह देरी से एग्जाम सेंटर पहुंचे. परीक्षार्थियों ने स्टाफ और पुलिस अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई. परीक्षा देने के बाद बाहर निकले अभ्यर्थियों ने परीक्षा के सवाल को कठिन बताया.
परीक्षा में राजस्थान की जनरल नॉलेज के बारे में ज्यादा प्रश्न पूछे गए थे. परीक्षा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की राजस्थान में लंबाई के संबंध में प्रश्न पूछा गया. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय घुड़सवार दिव्यकृति से जुड़ा हुआ सवाल पूछा गया. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय पैरा निशानेबाज अवनी लखेरा के बारे में भी सवाल पूछा गया.
मीराबाई, महाराणा प्रताप व अकबर तक के सवाल : भर्ती परीक्षा में राजस्थान के मुख्यमंत्री के संबंध में सवाल पूछे गए. इसके अलावा चीफ सेक्रेटरी, डैम, हाड़ौती की मिट्टी, लिग्नाइट आधारित विद्युत संयंत्रों के बारे में भी सवाल पूछा गया. महिला आयोग के अध्यक्ष, राजस्थान की मुड़िया लिपि, गोल्डन ट्रायंगल शहरों, मारवाड़ क्षेत्र के लोकप्रिय त्यौहार घुड़ला, मंदिरों में प्रार्थना के समय बजाए जाने वाले वाद्य यंत्र, महिलाओं के पहने जाने वाले बेसर और भंवरकड़ी आभूषणों के संबंध में भी सवाल पूछा गया. मीराबाई के विवाह, महाराणा प्रताप और अकबर के समझौते के शिष्ट मंडल, मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के बुलंद दरवाजे, अलाउद्दीन खिलजी और रणथंभौर किले पर चढ़ाई, राजस्थान पुलिस की कबड्डी खेलने वाली महिला अधिकारी, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, राजस्थान में 2023 के बजट में डिजिटलाइजेशन के लिए चार शहरों को चयनित शहरों व राजस्थान में अटल भू-जल योजना के उद्देश्य के संबंध में सवाल पूछा गया.
कई अभ्यर्थी के कोहरे की वजह से हुए लेट, परीक्षा से चूके : पुलिस और प्रशासन की तरफ से पूरी तरह से चाक चौबंद व्यवस्थाएं रही. परीक्षा केंद्र के नजदीक कोटा से बाहर के नंबर की गाड़ियां घूमने पर उनकी जांच भी की गई. इसके अलावा मेटल डिटेक्टर के साथ पूरी तरह से चेकिंग करते हुए विद्यार्थियों को भीतर भेजा गया. सर्दी होने के बावजूद भी विद्यार्थियों के सिर पर पहनने के मफलर और कप सहित अन्य कपड़ों को हटाया गया और सघन जांच के बाद ही उन्हें एंट्री दी गई. इस परीक्षा देने पहुंची कैथून के नजदीक मवासा गांव निवासी ज्योति कुमारी का कहना है कि कोहरा होने की वजह से वह समय से नहीं पहुंच पाई थी. अब अगली भर्ती का इंतजार नहीं करना होगा.