कोटा. कांग्रेस पार्टी के 'हाथ से हाथ जोड़ो अभियान' को लेकर शुक्रवार को कोटा में आयोजित बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई. बैठक में कोटा के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा और संगठन प्रभारी जीआर खटाना के सामने ही कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए. इस दौरान दो गुटों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई. बाद में वरिष्ठ नेताओं ने बीच बचाव करते हुए इन कार्यकर्ताओं को अलग किया. हालांकि इस दौरान काफी देर तक हंगामा चलता रहा.
ये है हंगामे की वजह: लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. हमारे कहने से भी कोई काम नहीं होता है. जबकि भाजपा कार्यकर्ता हमारे विधानसभा क्षेत्र में काम करवा लाते हैं. क्योंकि उनकी बात को सुना जा रहा है. उन्होंने कहा कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों के काम हुए हैं. नईमुद्दीन ने कहा कि एक विधानसभा क्षेत्र में जीतकर राजस्थान में सरकार नहीं बनाई जा सकती है. इसी बात को लेकर पार्षद अनिल सुवालका और पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष राजीव आचार्य, नईमुद्दीन गुड्डू से उलझ गए. इस दौरान धक्का-मुक्की और हाथापाई तक बात पहुंच गई.
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मंत्री परसादी लाल ने दी नसीहत: बैठक में परसादी लाल मीणा ने नसीहत देते हुए कहा कि मनमुटाव को भूलकर हमें राहुल गांधी के संदेश को घर-घर पहुंचाने के लिए काम करना है. हाथापाई मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि हाथापाई या अन्य किसी तरह की कोई घटना नहीं हुई है. जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने भी कहा कि किसी तरह का कोई मनमुटाव नहीं है. अंदर थोड़ी सी बहस हुई थी. जबकि तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है कि किस तरह से कार्यकर्ता आपस में उलझे. बैठक में 'हाथ से हाथ जोड़ो अभियान' कोटा प्रभारी सत्येंद्र भारद्वाज, विधायक भरत सिंह सहित कई नेता मौजूद थे.