इटावा (कोटा). क्षेत्र के सुल्तानपुर कस्बे में शनिवार को खाड़ी में खेलते वक्त एक 12 वर्षीय बालक त्रिलोक राठौर की डूबने से मौत हो गई. मासूम की मौत के बाद परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए और ग्राम पंचायत और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारोबाजी करते हुए स्टेट हाईवे 70 कोटा-श्योपुर मार्ग पर बैठ गए.
इस दौरान ग्रामीणों ने पंचायत प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए स्टेट हाईवे को अवरुद्ध कर दिया. सूचना मिलते ही सीआई छुट्टन लाल मीणा मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीण नहीं माने. इसके बाद दीगोद उपखण्ड अधिकारी जब्बर सिंह भी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब भी ग्रामीण लापरवाहों पर कार्रवाई करने और उचित मुआवजा दिलवाने की मांग को लेकर अड़े रहे.
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बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ मृतक मासूम के परिजनों और ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे पर जाम कर दिया. नारेबाजी की सूचना मिलते ही इटावा पुलिस उपाधीक्षक शुभकरण समेत इटावा, बुडादित थाने का जाप्ता मौके पर पहुंचा और जमा भीड़ को खदेड़ दिया.
इसके बाद भी मृतक मासूम के परिजन और ग्रामीण सड़क के बीचों-बीच बैठे रहे. जिसके बाद प्रशासन ने उचित मुआवजे का आश्वासन देकर मामले को शान्त करवाया और शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. जहां मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.
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मृतर के परिजनों ने स्थानीय प्रशासन और स्थानीय ग्राम पंचायत पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि पंचायत द्वारा खाड़ी की मिट्टी खुदवाकर उसे गहरा करवा दिया गया है. जिसके कारण यह घटना सामने आई. ऐसे में जिम्मेदार लोगों पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए. डीएसपी शुभकरण ने मृतक के परिजनों को मामले की जांच करवाने का आश्वासन दिया है.