रामगंजमंडी (कोटा). एसीबी की ओर से बिजली विभाग के जेईएन की ट्रैपिंग के दौरान परिवादी को बंधक बनाकर उसका टेप रिकॉर्डर जला देने का मामला सामने आया. मामले को लेकर चेचट थाना में एसीबी टीम की ओर से ट्रैप की कार्रवाई के दौरान फरियादी को बंधक बनाने, सरकारी टेप रिकॉर्डर को नष्ट करने और राज्य कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया गया. जिसमें चेचट थाना पुलिस ने चेचट कनिष्ठ अभियंता सहित 7 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है.
कोटा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि सोमवार देर रात पुलिस निरीक्षक दलवीर सिंह, एसीबी कोटा ने चेचट थाने में रिपोर्ट पेश की. उन्होंने बताया कि परिवादी ने एसीबी से शिकायत की थी कि उसकी आटा चक्की लगी हुई है. उसमें वीसीआर बनाने की धमकी देकर बिजली विभाग के जेईएन अजय बसवाल लाइनमैन शोभागमल के जरिए उससे 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं. जिसके बाद एसीबी ने जेवीवीएनएल के जेईएन अजय बसवाल को ट्रैप करने के लिए योजना बनाई, जिसमें रिश्वत मांगने की बात सामने आई.
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जेवीवीएनएल के जेईएन अजय बसवाल को ट्रैप करने के लिए एसीबी ने परिवादी को भेजा. जब करीब 2 घंटे तक परिवादी नहीं आया. कांस्टेबल ने जाकर परिवादी को देखा तो 7-8 लोग उसको घेरे हुए थे और कमरे में बातचीत कर रहे थे. इसके बाद परिवादी से की गई पूछताछ में उसने बताया कि एक रिकॉर्डर जेईएन ने तोड़ दिया और उसे जला दिया. परिवादी ने बताया कि उसके साथ 5 लोगों ने मिलकर मारपीट की और घेरे में बिठाकर रखा.
चेचट थानाधिकारी श्यामा राम विश्नोई ने मामले को लेकर अनुसंधान कर कनिष्ठ अभियंता अजय बसवाल, लाइनमैन शोभाराम अहीर, लाइनमैन आसिफ और पावर हाउस के संविदा कर्मी मुकेश केवट, सागर लोधा, अर्जुन अहीर व मनीष केवट के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. मामले में अपराध प्रमाणित पाए जाने पर सभी को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, जेईएन की ओर से जलाए हुए एसीबी के टेप रिकॉर्डर को भी बरामद कर लिया गया.