इटावा (कोटा). जिले के गोठड़ा कला गांव के पास चंबल नदी में बुधवार को एक नाव पलट गई, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई. बुधवार को नदी से 11 लोगों के शवों को बाहर निकाल लिया गया था. वहीं, 2 शवों के लिए सर्च ऑपरेशन जारी था. गुरुवार को 2 किशोरियों के शव निकालने के बाद मृतकाओं के पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए गए.
इस घटना के बाद क्षेत्र में मातम का माहौल है. बता दें कि तलाव गांव के 3 लोग अकला मौत का ग्रास बने, वहीं बरनाहाली गांव के 2 दंपती सहित 5 लोगों की मौत हुई. मामले को लेकर इटावा डीएसपी शुभकरण खींची का कहना है कि मृतकाओं के शवों के पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए गे. उन्होंने बताया कि गमगीन माहौल के बीच मृतकाओं का अंतिम संस्कार किया गया.
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बता दें, गोठड़ा कला गांव के नजदीक चंबल नदी में बुधवार एक नाव पलट गई. इस हादसे में 13 लोगों के डूबने की पुष्टि की गई. घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नाव में करीब 18 बाइकें लदी थी. साथ ही बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी सवार थीं. ये सभी लोग कमलेश्वर महादेव मंदिर जा रहे थे. नाव जर्जर हो चुकी थी, इसलिए हादसा हुआ. कई लोग तैरना नहीं जानते थे, इसलिए 13 लोग डूब गए. जिनके शवों को बाहर निकाला जा चुका है.
फिलहाल, 1 वोट के सहारे अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है, जिससे अगर किसी मिसिंग का नाम छूट गया हो तो उसकी भी तलाश किया जा सके. वहीं, घटना के बाद गुरुवार को कोटा रेंज आईजी रविदत्त गौड़ ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि उक्त घटना में जो भी दोषी है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कल इटावा दौरे पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल
वहीं, इस घटना के बाद प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत ने मृतक के परिजनों को 1-1 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की थी. इसके बाद यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल और कोटा जिला प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया शुक्रवार को इटावा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचेंगे. बताया जा रहा है कि इस दौरान मृतक के परिजनों को सहायता राशि का चेक भी सौंपा जाएगा.