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CBSE 'इंडिया@75' थीम पर करेगी एक्सप्रेशन सीरीज आयोजित, विद्यार्थियों के लिए बेहतर मौका - CBSE एक्सप्रेशन सीरीज 2021

आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर CBSE एक्सप्रेशन सीरीज (CBSE expression series 2021) आयोजित करेगा. जिसके तहत स्टूडेंट्स को अपनी पेंटिग और लेखन कला दिखाने को मिलेगा. इस कंपीटिशन में प्राइमरी से लेकर सीनियर सेकेंडरी के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे.

cbse expression series 2021, Kota News
CBSE एक्सप्रेशन सीरीज 2021
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Published : Jul 1, 2021, 4:04 PM IST

कोटा. देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष का जश्न मनाने के लिए CBSE एक्सप्रेशन सीरीज आयोजित कर रहा है. जिसके तहत इस साल एक्सप्रेशन सीरीज 2021 की टीम इंडिया @75 रखी गई है. इस आयोजन में प्राइमरी, मिडिल, सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे. यह अपनी आजादी के 75 वर्षों की गाथा पेंटिंग, कविता और निबंध लेखन से व्यक्त कर सकेंगे.

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नोटिफिकेशन के अनुसार CBSE की एक्सप्रेशन सीरीज त्रिस्तरीय होगी. पहले स्तर पर 20 जुलाई तक स्कूल स्तर पर आयोजित किया जाएगा. इसके बाद सीरिज रीजनल और सबसे अंत में राष्ट्रीय स्तर पर होगी. देव शर्मा के अनुसार भारतीय स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के विशेष उत्सव पर प्राइमरी स्तर के विद्यार्थी देश-प्रेम के विषय पर अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकेंगे.

  • मिडिल स्कूल के स्टूडेंट्स साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विश्व पटल पर भारत के योगदान पर निबंध लेखन, कविता और पेंटिंग बनाने का मौका मिलेगा
  • सेकेंडरी स्टूडेंट्स को स्वतंत्रता के बाद भारतीय शिक्षा के विकास (development of indian education) और ग्रीन रिवॉल्यूशन (Green revolution) पर व्यक्त करेंगे भाव
  • सीनियर सेकेंडरी स्तर के विद्यार्थी भारत देश के सुपर पावर बनने के मार्ग में आने वाली चुनौतियों और भारतीय जनतंत्र की अनेकता में एकता की खूबी पर अपनी कलम चला सकेंगे

संशय, क्लास की जगह ऑनलाइन में लिखने की कला में पिछड़े

देव शर्मा ने बताया कि इंटरनेट और ऑनलाइन माध्यम से विषयवस्तु की सहज उपलब्धता ने जहां एक और शिक्षा को सुलभ बनाया है. दूसरी तरफ विद्यार्थियों की मौलिक सोच और लेखन क्षमता को लगभग समाप्त ही कर दिया है.

यह भी पढ़ें. नाहरगढ़ पार्क बना 'शिवा' का बसेरा, पिलाया जा रहा 20 हजार रुपए प्रति किलो अमेरिकन दूध

विद्यार्थियों के पास शब्दों का अभाव है. शब्द अभाव के कारण विद्यार्थी आसानी से अपनी भावनाएं शब्दों में नहीं पिरो पाते. विद्यार्थियों की लेखन के प्रति रुचि लगभग समाप्त हो चुकी है. इंटरनेट माध्यमों से उपलब्ध विषय वस्तु को 'कट, कॉपी और पेस्ट' कर विद्यार्थी शॉर्टकट से काम चलाने लगे हैं.

देव शर्मा ने बताया कि उपरोक्त कारणों से बोर्ड ने आयोजित की जाने वाली इस प्रकार की गतिविधियों में विद्यार्थी की रुचिकर भागीदारी होगी या नहीं इस बात पर संशय है. बोर्ड और शिक्षाविदों को इस विषय पर गंभीरता पूर्वक सोचना होगा.

कोटा. देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष का जश्न मनाने के लिए CBSE एक्सप्रेशन सीरीज आयोजित कर रहा है. जिसके तहत इस साल एक्सप्रेशन सीरीज 2021 की टीम इंडिया @75 रखी गई है. इस आयोजन में प्राइमरी, मिडिल, सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे. यह अपनी आजादी के 75 वर्षों की गाथा पेंटिंग, कविता और निबंध लेखन से व्यक्त कर सकेंगे.

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नोटिफिकेशन के अनुसार CBSE की एक्सप्रेशन सीरीज त्रिस्तरीय होगी. पहले स्तर पर 20 जुलाई तक स्कूल स्तर पर आयोजित किया जाएगा. इसके बाद सीरिज रीजनल और सबसे अंत में राष्ट्रीय स्तर पर होगी. देव शर्मा के अनुसार भारतीय स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के विशेष उत्सव पर प्राइमरी स्तर के विद्यार्थी देश-प्रेम के विषय पर अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकेंगे.

  • मिडिल स्कूल के स्टूडेंट्स साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विश्व पटल पर भारत के योगदान पर निबंध लेखन, कविता और पेंटिंग बनाने का मौका मिलेगा
  • सेकेंडरी स्टूडेंट्स को स्वतंत्रता के बाद भारतीय शिक्षा के विकास (development of indian education) और ग्रीन रिवॉल्यूशन (Green revolution) पर व्यक्त करेंगे भाव
  • सीनियर सेकेंडरी स्तर के विद्यार्थी भारत देश के सुपर पावर बनने के मार्ग में आने वाली चुनौतियों और भारतीय जनतंत्र की अनेकता में एकता की खूबी पर अपनी कलम चला सकेंगे

संशय, क्लास की जगह ऑनलाइन में लिखने की कला में पिछड़े

देव शर्मा ने बताया कि इंटरनेट और ऑनलाइन माध्यम से विषयवस्तु की सहज उपलब्धता ने जहां एक और शिक्षा को सुलभ बनाया है. दूसरी तरफ विद्यार्थियों की मौलिक सोच और लेखन क्षमता को लगभग समाप्त ही कर दिया है.

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विद्यार्थियों के पास शब्दों का अभाव है. शब्द अभाव के कारण विद्यार्थी आसानी से अपनी भावनाएं शब्दों में नहीं पिरो पाते. विद्यार्थियों की लेखन के प्रति रुचि लगभग समाप्त हो चुकी है. इंटरनेट माध्यमों से उपलब्ध विषय वस्तु को 'कट, कॉपी और पेस्ट' कर विद्यार्थी शॉर्टकट से काम चलाने लगे हैं.

देव शर्मा ने बताया कि उपरोक्त कारणों से बोर्ड ने आयोजित की जाने वाली इस प्रकार की गतिविधियों में विद्यार्थी की रुचिकर भागीदारी होगी या नहीं इस बात पर संशय है. बोर्ड और शिक्षाविदों को इस विषय पर गंभीरता पूर्वक सोचना होगा.

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