कनवास (कोटा). जिले के कनवास में प्रशासन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करने में लगा हुआ है. शनिवार को माण्डूहेडा और सारोला में 43 बीघा चारागाह भूमि सहित 49 बीघा भूमि से सालों पूराना अतिक्रमण हटाया गया है.
उपखण्ड अधिकारी ने बताया कि उक्त भूमि पर ग्रामीण अतिक्रमण कर कई सालों से खेती कर रहे थे. माण्डूहेडा गांव के प्राथमिक विद्यालय में खेल के मैदान के लिए आवंटित हुई 2 बीघा भूमि पर शशिकांत नाम के एक व्यक्ति ने अतिक्रमण कर रखा था. वहां से भी एसडीएम राजेश डागा के निर्देश पर अतिक्रमण हटाया गया है. साथ ही खेल के मैदान और विद्यालय के विकास कार्यों के लिए 51 सौ रुपए की धनराशि देने की घोषणा की गई है.
इसके अलाव माण्डूहेडा और सारोला गांव के बीच एक 24 मीटर चौड़ा रास्ता था. लेकिन उस पर ग्रामीण दोनों तरफ अतिक्रमण कर खेती कर रहे थे. जिसकी वजह से रास्ते की चौड़ाई सिर्फ 7 फीट रह गई थी. ऐसे में उस रास्ते से भी अतिक्रमण हटाया गया है. जिसके बाद मार्ग की चौड़ाई 24 मीटर हो गई है. अतिक्रमण हटने के बाद ये मार्ग स्टेट हाईवे की तरह नजर आने लगा है.
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बता दें कि, उपखण्ड अधिकारी ने कनवास उपखण्ड क्षेत्र में 'चारागाह अतिक्रमण मुक्त ग्राम', 'श्मसान भूमि अतिक्रमण मुक्त अभियान', 'स्कूल खेल मैदान अतिक्रमण मुक्त अभियान', और 'रास्ता विवाद समझाईस अभियान' चला रखे हैं. अब तक कनवास एसडीएम राजेश डागा उपखण्ड कनवास में 20 से अधिक रास्तों, 12 खेल मैदानों और 1 हजार 398 बीघा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटवा चुके हैं.