कोटा. राजस्थान में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश स्तर पर विरोध प्रदर्शन तय किया है. यह विरोध प्रदर्शन 5 जुलाई को सीएम हाउस का घेराव करके किया जाएगा. इसको लेकर सोमवार को कोटा में भाजपा के 2 विधायकों ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में इतनी अराजकता फैल गई है कि महिलाएं ज्वेलरी पहनने से भी कतरा रही हैं. सामाजिक व धार्मिक आयोजनों में ज्वेलरी पहनकर जाने से भी बचती हैं. क्योंकि उन्हें कहीं भी लूट का शिकार होना पड़ सकता है. महिलाएं मंदिरों और कार्यक्रमों में सोने की चैन पहनकर जाने से डरती हैं.
बूंदी जिले की केशोरायपाटन सीट से विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने कहा कि सरकार के मंत्री ही अपनी बयानबाजी में महिलाओं को इज्जत नहीं देते हैं. राज्य मंत्री राजेंद्र गुड्डा कहते हैं कि कहते है कि प्रदेश में सड़कें कैटरीना कैफ के गालों जैसी हैं. महिलाओं के लिए अभद्र भाषा का उपयोग करते हैं. यहां तक कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कहते हैं कि बलात्कारियों को फांसी का प्रावधान हो गया है, रेपिस्ट बच्चों और महिलाओं की हत्या कर रहे हैं. मंत्री शांति धारीवाल मर्दों का प्रदेश बताते हैं. गोविंद राम मेघवाल कहते हैं कि करवा चौथ पर महिला छलनी देखती हैं और पति की उम्र की बात करती हैं यह अंधविश्वास है.
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट कर अनुसार देश में राजस्थान रेप के मामलों में नम्बर वन है. सरकार के मंत्री महेश जोशी और विधायक जौहरी लाल मीणा के पुत्र के खिलाफ भी रेप का मामला दर्ज हैं. दूसरी तरफ प्रियंका गांधी बयान देती हैं कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं. जबकि राजस्थान में किस्सा कुर्सी का केस के कारण ’लड़की हूं सिर्फ लूट सकती हूं’ तक पहुंच गया है.