कोटा. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कोटा ग्रामीण पुलिस अब नई पहल शुरू करने जा रही है. कोटा ग्रामीण पुलिस के महिला थाने में केवल महिला स्टाफ ही रहेंगी. वहां किसी भी पद पर कोई पुरुष स्टाफ नहीं रहेगा.
जीप ड्राइवर से लेकर और SHO तक होगी महिला कर्मचारी की नियुक्ति..
दअरसल कल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है और इसे साकार करने के लिए कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने एक नई पहल कर इस दिन को यादगार और सफल बनाने के उद्देश्य से ये नई शुरुवात की है. जिसके तहत अब कोटा ग्रामीण पुलिस के महिला थाने में संपूर्ण स्टाफ महिला ही होंगी.
एसपी शरद चौधरी ने बताया कि महिला थाने में महिला स्टाफ लगाने से एक तो महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी. साथ ही थाने पर आने वाली महिला परिवादियों को भी सुविधा होगी. इसके अलावा वे अपनी समस्याओं को आसानी से और खुलकर बता सकेंगी. जिससे पुलिस उनकी बेहतर मदद कर सकेगी. कोटा ग्रामीण के इस महिला थाने में लगभग 17 महिलाओं की ड्यूटी लगाई गई है.
जिसमें SHO की जिम्मेदारी यशोदाराज मीना को लगाया गया है. एसपी ने बताया कि महिलाओं में इसे लेकर बड़ा उत्साह है और वे अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार भी हैं. जिसमें रविवार को एक कार्यक्रम के जरिए उन्होंने इस बात की घोषणा भी की और कार्यक्रम के बाद ही सभी महिला पुकिस कर्मियों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी संभाल भी ली.
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वहीं, थाने की महिला SHO यशोदाराज ने बताया कि वे अपनी टीम के साथ बेहतर कार्य करने के लिए तैयार हैं और उन्हें विश्वास है कि वे पुरुषों की भातिं बिना किसी भय के कार्रवाई करने में पीछे नही रहेंगी. हालांकि महिलाओं के लिए राह इतनी आसान दिखाई नहीं देती है, लेकिन कोटा ग्रामीण पुलिस की ये महिला ब्रिगेड अपने मजबूत इरादों और पूरे जोश और खरोश के साथ तैयार हैं. उन लोगों की गलतफहमी दूर करने के लिए जो महिलाओं को कमजोर आंकते हैं.