कोटा. जिले में पशु बलि देने के मामले में थानाधिकारी को निलंबित करने पर राजपूत समाज आक्रोशित हो गया है. साथ ही उन्होंने थानाधिकारी को तुरंत प्रभाव से बहाल करने की मांग उठाई है. इसके लिए राजपूत समाज का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जिला कलेक्टर से मिला. जिसका नेतृत्व पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने किया. उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि पूरे देश पशुबलि हो रही है, फिर राजपूत समाज को ही प्रताड़ित किया जा रहा है.
मामले के अनुसार बारां जिले के शाहबाद तहसील के गांव में पशु बलि देने का मामला सामने आया था. जिसमें कोटा ग्रामीण पुलिस के देवली माझी थानाधिकारी भंवर सिंह कही बलि देने विवाद सामने आई थी. इसके बाद उन्हें कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने निलंबित कर दिया था. अब बकरे की बलि देने के मामले में निलंबन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जिसके तहत सोमवार को राजपूत समाज के प्रमुख लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
जिसमें सरकार 8 दिन में निलम्बन वापस नहीं लेती है, तो राजपूत समाज की ओर से अन्य समाजों के साथ मिलकर जिला कलक्ट्रेट पर उग्र आंदोलन किया जाएगा. बता दें कि पूरे देश में जहां भी देवी के मंदिर हैं, मां दुर्गा के चरणों में भक्तजन उनको प्रसन्न करने के लिए बलिदान करते आए हैं. हालांकि सोशल मीड़िया के जिस वीडियो के आधार पर थानाधिकारी को निलम्बित किया गया है. उसमें उनका फोटो भी स्पष्ट नहीं है, केवल उसी आधार पर उनको निलम्बन किए जाने से राजपूत समाज में आक्रोश भड़क उठा है.
एक तरफ तो बलि देने पर इतनी कठोर कार्रवाई करना और दूसरी तरफ अन्य समुदाय के लोग भी पशु बलि देते आए हैं. उन्होंने कहा कि यह मुद्दा देवली मांजी के थानाधिकारी की बहाली तक ही सीमित नहीं है. इस मामले से पूरे हिंदू समाज में गहरा आघात पहुंचा है. इस दौरान हाड़ौती क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष भवानी सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष क्षत्रिय महासभा के नवरतन सिंह राजावत इत्यादि उपस्थित रहे.