कोटा. जिले के कैथून कस्बा व आसपास में अचानक करीब डेढ़ दर्जन गोवंश के संदिग्ध अवस्था में मरने का मामला (Cow death in Kota) सामने आया है. माना जा रहा है कि विषाक्त युक्त चारा या फूड प्वाइजनिंग के कारण गोवंश की मौत हुई है. कुछ गायों का उपचार जारी है.
ये सभी वे गोवंश हैं, जो अपने मालिकों की ओर से या तो छोड़ दिए गए या फिर सड़क पर विचरण करते रहते हैं. घटना को लेकर प्रशासन को अभी जानकारी नहीं है. गो सेवकों ने इस मामले की जांच की मांग की है.
स्थानीय नागरिक नीतिन राठौर ने कहा कि बूटासिंह कॉलोनी, श्यामविहार, बस स्टैंड और मैन सांगोद रोड पर मृत अवस्था में गाय मिली हैं. अधिकांश गायों को नगरपालिका के डंपिंग यार्ड में पालिका कार्मिक लेकर गए हैं. कैथून नगर पालिका के उपाध्यक्ष हरिओम पुरी का कहना है कि 3 दिन से लगातार गायों की मौत हो रही है. अब तक करीब डेढ़ दर्जन गायों की मौत हो चुकी है. वहीं करीब एक दर्जन गाय बीमार हैं.
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चिकित्सकों का प्रारंभिक तौर पर मानना है कि धान की खेती में छिड़के गए कीटनाशक का पानी या जहरीला चारा खा जाने से गोवंश की मौत हुई है. नगर पालिका के उपाध्यक्ष हरि ओमपुरी ने पशुपालन विभाग की लापरवाही बताई है. उनका कहना है कि गायों की मौत के मामले में 3 दिन पहले ही पशु चिकित्सालय के डॉक्टर को बता दिया था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. अब घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी है, जिसके बाद मृत गायों का पोस्टमार्टम होगा. जिससे उनकी मौत के कारणों के बारे में पता चल सकेगा.
कैथून थाना अधिकारी महेंद्र मारू का कहना है कि कुछ गो सेवक परिवाद देकर गए हैं. जिसमें गायों की मौत की बात कही है. हालांकि, संख्या स्पष्ट नहीं है. पुलिस जाप्ते को मौके के लिए रवाना किया है. जिससे कितनी गाय के मौत हुई है, इसका अंदाजा लगाया जा सके.