करौली. जिला कारागृह में कोरोना संक्रमण से बंदियों को बचाने के लिए रोजाना योग सहित व्यायाम करवाने की व्यवस्था की गई है. जिससे बंदियों को कोरोना महामारी से बचाया जा सके. जेल परिसर में तीन बंदियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जेल में यह व्यवस्था प्रतिदिन लागू की गई है. जेल में बंदियों को हेड कांस्टेबल द्वारा योग क्रिया करवाई जा रही है.
जिला कारागृह के जेलर ने बताया कि जिला कारागार में लगभग 110 से लेकर 130 के मध्य बंदियों की संख्या रहती है. जेल उपाधीक्षक निर्देशानुसार कारागृह पर नव पदस्थापित हेड कांस्टेबल कालू यादव द्वारा समस्त बंदियों को प्रातः काल 7:30 बजे से 8:30 तक प्राणायाम कपालभाति, शीर्षासन के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के व्यायाम कार्य करवाया जा रहा है, ताकि कोविड-19 की महामारी जैसे संकट से कारागृह को सुरक्षित रखा जा सके और प्रत्येक बंदी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सके.
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गौरतलब है कि पिछले दिनों कारागृह पर तीन बंदी कोरोना से संक्रमित हो गए थे, जिनको को कारागृह के अस्पताल वार्ड में ही आइसोलेट किया गया था. जिनको पॉजिटिव होने के उपरांत भी यादव द्वारा लगातार योगा एक्सरसाइज कराने का ही नतीजा था कि बहुत जल्दी उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई. कारागृह पर समय-समय आयुर्वेदिक काढ़ा भी पिलाया जाता रहा है. इस के लिए कारागृह के अन्य कर्मचारी मुख्य प्रहरी जय सिंह मीणा, प्रहरी घनश्याम मीणा, नेत्रपाल, रविंद्र सिंह मुकेश व अन्य ने भी साफ सफाई की समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया.
जेलर ने बताया कि उपाधीक्षक द्वारा समय-समय पर कारागृह की सघन तलाशी एवं साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने तथा इस महामारी से लड़ने हेतु प्रत्येक कार्मिक एवं बंदी को कोरोना महामारी लड़ने के लिए तैयार रहने के लिए भरसक प्रयास करने के लिए व्यायाम एवं खेलकूद के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जेल प्रशासन का मानना है कि इस महामारी को शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता व्यायाम आदि से ही निपटा जा सकता है. जब तक इस महामारी से पूर्ण निजात नहीं पा ली जाती, तब तक कार्यक्रम जारी रहेगा.