करौली. सिमारा गांव में विद्युत कर्मियों पर मंगलवार को ग्रामीणों ने हमला बोल दिया. बताया जा रहा है कि लाइट लगाने से मना करने पर ग्रामीणों ने कर्मियों पर हमला कर दिया. हमले में 5 विद्युतकर्मी घायल हो गए.
निगम के संविदा कर्मचारी दयाराम मीणा ने बताया कि 33केवी फीडर से करणपुर के लिए 11 केवी विद्युत लाइन जाती है. जिसके खंभे चंबल नदी के बहाव के कारण बह गए. इसी कारण करणपुर के लिए 15 दिनों से थ्री फेज लाइट नहीं पहुंच रही थी. चंबल का पानी उतरते ही निगम के कर्मचारी सिमारा गांव में बिजली ठीक करने का कार्य कर रहे थे. वहां पर बैठे चार-पांच लोगों ने निगम कर्मचारियों से लाइट लगवाने को कहा था. जिसको लेकर कर्मचारी दयाराम मीणा ने लोगों से मना कर दिया तो वह झगड़े पर उतारू हो गए.
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जिसके बाद और भी ग्रामीण इकट्ठा हो गए और निगम के कर्मचारियों से मारपीट की. कर्मचारी का आरोप है कि लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से संविदा कर्मचारियों को मारा पीटा गया. मामले में पांच कर्मचारी बुरी तरह लहूलुहान होकर घायल हो गए. सभी घायलों को जिला चिकित्सालय क जहां पर उनका उपचार जारी है.
वहीं निगम के अधीक्षण अभियंता की ओर से आरोपियों के खिलाफ नाम दर्ज मामला पर्चा बयान के आधार पर दर्ज करवाया गया. कर्मचारियों ने बताया कि वे लोग हम पर दोबारा भी हमला कर सकते हैं. इसलिए हमारी जान को खतरा है. सरकार हमें सुरक्षा प्रदान करें.