करौली. तकनीकी छात्र-छात्राओं के मांग को देखते हुए जिले में शीघ्र ही राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के अधूरे कार्य का निर्माण शुरू होगा. इसके लिए सरकार की ओर से 180 लाख रुपए की राशि की सहमति दे दी गई है.
जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि जिले के तकनीकी छात्र-छात्राओं की मांग एवं उनके हित को ध्यान मे रखते हुए जिले में शीघ्र ही राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के अधूरे कार्य शीघ्र ही पूर्ण किये जाएंगे. महाविद्यालय में अधूरे कार्यो को समय पर पूर्ण करने के लिये निविदाएं जारी होने के साथ-साथ अन्य आवश्यक कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं.
अधूरे कार्यों को पूर्ण करने के लिए 180 लाख की बजट
जिला कलेक्टर ने बताया कि लगभग 10 वर्षाे से निर्माणाधीन और अधूरे कॉलेज को जिला प्रशासन के प्रयासों और सहयोग से अधूरे कार्यो को शीघ्र पूर्ण किया जायेगा. उन्होंने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव की ओर से निदेशक शिक्षा विभाग को 180 लाख रुपए की राशि की सहमति प्रदान की गई है.
उन्होंने बताया कि पूर्व में जिले के छात्र-छात्राओं को तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिये राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय अलवर जाना पड़ता था. लेकिन महाविद्यालय के कार्य पूर्ण हो जाने पर भविष्य में छात्र-छात्राएं तकनीकी शिक्षा जिले में ही प्राप्त कर सकेगे.
पढ़ें- करौली: पुलिस ने 15 जुआरियों को किया गिरफ्तार, 2 लाख 96 हजार रुपये बरामद
कार्य शीघ्रता से पूर्ण करने के लिए आरएसआरडीसी धौलपुर की ओर से 79.24 लाख की निविदाएं आमंत्रित कर दी गई है. जिसके तहत 2 वर्कशॉप, 2 मशीन शॉप का निर्माण सहित अन्य कार्य पूर्ण किये जायेंगे. उन्होंने बताया कि 7.05 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि भी अतिरिक्त कार्याें के लिये स्वीकृत की गई है.
साथ ही बताया कि वर्ष 2011 में लगभग 8 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी. लेकिन किन्ही कारण बस कॉलेज का कार्य पूरा नहीं हो सका. जिला प्रशासन के सहयोग और उच्चाधिकारियों के समन्वय का ही परिणाम है कि महाविद्यालय के अधूरे कार्याें को शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जायेगा.