हिण्डौन सिटी (करौली). हिण्डौन सिटी में दो सप्ताह पहले मोठीयापुरा के जंगल में मिले शव के मामले में पुलिस ने हत्या करने के आरोपी चचेरे भाइयों को गिरफ्तार किया है. हत्या के आरोप महेश चंद्र पुत्र गोपीराम जाटव और राकेश जाटव पुत्र धर्म सिंह जाटव खरेटा निवासी हैं.
पूछताछ में खुलासा किया है कि सट्टा का नंबर देने का झांसा देकर रुपए लेने के बाद में हत्या कर शव को मोठीयापुरा के जंगल में फेंक दिया था. बताया जा रहा है कि मृतक तांत्रिक का भी काम करता था. सट्टे का नंबर नहीं खोलने से नाराज होकर ही इन दोनों ने हत्या की थी. मृतक ने दोनों से करीब 17 हजार रुपए उधार लिए हुए थे.
यह भी पढ़ें: नागौर में पुजारी की धारदार हथियार से हत्या, जांच में जुटी पुलिस
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि 24 दिसंबर को सूचना मिली कि मोठीयापुरा के जंगलों में सड़क के पास झाड़ियों में युवक का शव पड़ा हुआ है. सूचना पर सहायक उपनिरीक्षक भवानी सिंह के साथ पुलिस दल मौके पर पहुंचा. जहां आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर पहचान नहीं हुई. मृतक की जेब में एक पर्ची मिली थी, उसमें उसका नाम और मोबाइल नंबर भी लिखा हुआ था. मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर मृतक की पहचान बयाना के ग्राम नगला निवासी उदय उर्फ ओमप्रकाश के रूप में हुई थी.
यह भी पढ़ें: चित्तौड़गढ़: शराब सेल्समैन की हत्या के मामले में अभी तक पुलिस के हाथ खाली, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
मृतक के बड़े भाई जगदीश ने रिपोर्ट देकर पुलिस को बताया कि उसका भाई दो सप्ताह पहले मजदूरी करने की कहकर घर से आया था. उसके पास मोबाइल नहीं होने से उससे संपर्क नहीं हो पाया. 24 दिसंबर को सूचना मिली कि उसके भाई का शव मोठीयापुरा के जंगलों में मिला है.