ETV Bharat / state

करौली: टाइगर T-104 अभी भी पकड़ से बाहर, बारी-बारी से पहरा देकर ग्रामीण कर रहे हैं रखवाली

रणथंभौर से कैलादेवी अभ्यारण में पहुंचा टाइगर टी-104, युवक का शिकार करने के 3 दिन बाद भी वन विभाग की पकड़ से दूर है. बता दें कि टाइगर को ट्रैकुलाइज करने के लिए वन विभाग के विशेषज्ञों की टीम बाघ के मूवमेंट वाली जगह पर पहुंच गई है. वन विभाग की टीम ने बाघ को ट्रैकुलाइज करने के लिए जाल भी बिछा रखा है लेकिन अभी भी टाइगर टीम की पकड़ से बाहर है.

टी 104 तालाश जारी, Tiger t 104 news
author img

By

Published : Sep 15, 2019, 7:31 PM IST

करौली. रणथंभौर से करौली के कैलादेवी अभ्यारण में पहुंचा किलर मैन बाघ टी-104, युवक का शिकार करने के 3 दिन बाद भी वन विभाग की पकड़ से दूर है. अभ्यारण के मेदपुरा सिमिर बाग मे 3 दिन पहले युवक का शिकार करने के बाद से ही बाघ को ट्रैकुलाइज करने के लिए वन विभाग के विशेषज्ञों की टीम बाघ के मूवमेंट वाली जगह पर पहुंच गई है. लेकिन अभी भी टाइगर टीम की पकड़ से बाहर है.

टाइगर T-104 अभी भी पकड़ से बाहर

बता दें कि बाघ का मुवमेंट हडिया की खोह नामक जगह पर बना हुआ है. वन विभाग की टीम को बाघ के खोह से बाहर आने का इंतजार है लेकिन अभी बाघ खोह के अंदर ही मुवमेंट कर रहा है. ऐसे में बाघ का ट्रैकुलाइज नहीं हो पा रहा है. वहीं सिमर बाग के जंगलों में टाइगर के मुवमेंट से लगभग 5 से अधिक गांवों में दहशत फैल गया है, जिससे ग्रामीण गढ़ वाले हनुमान मंदिर पर एकत्रित हो गए हैं. वहीं बाघ के लगातार मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों की ओर से रात्रि के समय में बारी-बारी से रखवाली की जा रही है.

पढ़ें- नरभक्षी T-104 ने तीन लोगों को बनाया शिकार...तलाश जारी

ग्रामीणों ने बताया की टाइगर टी-104 का लगातार सोराजपुरा, सिमिर, बासांरी, लगेह, गोपालपुरा, मेदपुरा, चिगीपुरा, रोहडी और गुआडी आदि गांवों मे लगातार मूवमेंट बना हुआ है. उन्होंने बताया कि ग्रामीण अपनी और पशुओं की रखवाली के चलते समूह के रूप में पहरा दे रहे हैं.

बाघ को भाया सिमिर खोह

क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया की बाघ टी-104 की ओर से पिंटू की मौत के बाद गांव मे लगातार मूवमेंट बना हुआ है. बाघ हमले के बाद 5 बार क्षेत्र में आ गया है. लेकिन वन विभाग बाघ पर कार्रवाई तक नहीं कर सका. वन विभाग की ओर से क्षेत्र में गस्त की जा रही है.

प्रशासन ने दी मृतक के परिजनों को सहायता राशि

क्षेत्र के बाग गांव मे पिंटू पुत्र रामसहाय माली की बाघ के हमले से मौत हो गई थी. जिस पर प्रशासन ने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने के लिए आश्वासन दिया था, जिस पर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया के आदेश पर मौजीराम मीना, पटवारी ऋषिकेश मीना मृतक के घर पहुंच कर मृतक की पत्नी सुरेशी देवी को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि का चेक सौंपा.

वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बाघ हडिया की खोह से बाहर नहीं आ रहा है. खोह में भी बाघ का मूवमेंट बना हुआ है. उन्होंने बताया कि टीमें लगातार ट्रैकिंग कर रही हैं. बाघ के खोह में किसी मवेशी का शिकार करने की भी संभावना है. अधिकारियों ने बताया कि बाघ के बाहर आने के बाद ही आगे कुछ किया जाएगा.

करौली. रणथंभौर से करौली के कैलादेवी अभ्यारण में पहुंचा किलर मैन बाघ टी-104, युवक का शिकार करने के 3 दिन बाद भी वन विभाग की पकड़ से दूर है. अभ्यारण के मेदपुरा सिमिर बाग मे 3 दिन पहले युवक का शिकार करने के बाद से ही बाघ को ट्रैकुलाइज करने के लिए वन विभाग के विशेषज्ञों की टीम बाघ के मूवमेंट वाली जगह पर पहुंच गई है. लेकिन अभी भी टाइगर टीम की पकड़ से बाहर है.

टाइगर T-104 अभी भी पकड़ से बाहर

बता दें कि बाघ का मुवमेंट हडिया की खोह नामक जगह पर बना हुआ है. वन विभाग की टीम को बाघ के खोह से बाहर आने का इंतजार है लेकिन अभी बाघ खोह के अंदर ही मुवमेंट कर रहा है. ऐसे में बाघ का ट्रैकुलाइज नहीं हो पा रहा है. वहीं सिमर बाग के जंगलों में टाइगर के मुवमेंट से लगभग 5 से अधिक गांवों में दहशत फैल गया है, जिससे ग्रामीण गढ़ वाले हनुमान मंदिर पर एकत्रित हो गए हैं. वहीं बाघ के लगातार मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों की ओर से रात्रि के समय में बारी-बारी से रखवाली की जा रही है.

पढ़ें- नरभक्षी T-104 ने तीन लोगों को बनाया शिकार...तलाश जारी

ग्रामीणों ने बताया की टाइगर टी-104 का लगातार सोराजपुरा, सिमिर, बासांरी, लगेह, गोपालपुरा, मेदपुरा, चिगीपुरा, रोहडी और गुआडी आदि गांवों मे लगातार मूवमेंट बना हुआ है. उन्होंने बताया कि ग्रामीण अपनी और पशुओं की रखवाली के चलते समूह के रूप में पहरा दे रहे हैं.

बाघ को भाया सिमिर खोह

क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया की बाघ टी-104 की ओर से पिंटू की मौत के बाद गांव मे लगातार मूवमेंट बना हुआ है. बाघ हमले के बाद 5 बार क्षेत्र में आ गया है. लेकिन वन विभाग बाघ पर कार्रवाई तक नहीं कर सका. वन विभाग की ओर से क्षेत्र में गस्त की जा रही है.

प्रशासन ने दी मृतक के परिजनों को सहायता राशि

क्षेत्र के बाग गांव मे पिंटू पुत्र रामसहाय माली की बाघ के हमले से मौत हो गई थी. जिस पर प्रशासन ने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने के लिए आश्वासन दिया था, जिस पर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया के आदेश पर मौजीराम मीना, पटवारी ऋषिकेश मीना मृतक के घर पहुंच कर मृतक की पत्नी सुरेशी देवी को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि का चेक सौंपा.

वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बाघ हडिया की खोह से बाहर नहीं आ रहा है. खोह में भी बाघ का मूवमेंट बना हुआ है. उन्होंने बताया कि टीमें लगातार ट्रैकिंग कर रही हैं. बाघ के खोह में किसी मवेशी का शिकार करने की भी संभावना है. अधिकारियों ने बताया कि बाघ के बाहर आने के बाद ही आगे कुछ किया जाएगा.

Intro:रणथंबोर से करौली के कैलादेवी अभ्यारण में पहुंचा खुखार किलर मैन बाघ टी-104 युवक का शिकार करने के तीन दिन बाद भी वन विभाग की पकड़ से दूर है.. अभ्यारण के मेदपुरा सिमिर बाग मे तीन दिन पहले युवक का शिकार करने के बाद से ही बाघ को ट्रंकुलाईज करने के लिए वन विभाग के विशेषज्ञों की टीम बाघ के मूवमेंट वाली जगह पर पहुंच गई है..वन विभाग की टीम ने बाघ को ट्रेकूलाईज करने के लिए जाल भी बिछा रखा है..लेकिन अभी टीम की पकड से बाहर है..


Body:किलरमैन बाघ टी -104 अभी भी पकड से बाहर, बारी बारी से पहरा देकर ग्रामीण कर रहे हैं रखवाली,

करौली

रणथंबोर से करौली के कैलादेवी अभ्यारण में पहुंचा किलर मैन बाघ टी-104 युवक का शिकार करने के तीन दिन बाद भी वन विभाग की पकड़ से दूर है.. अभ्यारण के मेदपुरा सिमिर बाग मे तीन दिन पहले युवक का शिकार करने के बाद से ही बाघ को ट्रंकुलाईज करने के लिए वन विभाग के विशेषज्ञों की टीम बाघ के मूवमेंट वाली जगह पर पहुंच गई है..वन विभाग की टीम ने बाघ को ट्रेकूलाईज करने के लिए जाल भी बिछा रखा है..लेकिन अभी टीम की पकड से बाहर है..बाघ का मुवमेंट हडिया की खोह नामक जगह पर बना हुआ है..वन विभाग की टीम को बाघ के खोह से बाहर आने का इंतजार है..लेकिन अभी बाघ खोह के अन्दर ही मुवमेंट कर रहा है..ऐसे मे बाघ का ट्रेकूलाईज नही हो पा रहा है...

वही सिमर बाग के जंगलों में टाइगर के मुवमेंट से आधा दर्जन गावो में दहशत का आलम फैल गया है... जिससे ग्रामीण गढ़ वाले हनुमान मंदिर पर एकत्रित हो गए तथा कैलादेवी वन्य जीव अभ्यारण के अधिकारियों को सूचना देने के साथ गांवों के लोगों को अलर्ट कर निगरानी शुरू कर दी है..बाघ के लगातार मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों के द्वारा रात्रि के समय मे बारी बारी मे पहरा देकर के रखवाली की जा रही है.... ग्रामीणों ने बताया की बाघ टी 104 का लगातार ,सोराजपुरा,सिमिर,बासांरी,लगेह,गोपालपुरा,
मेदपुरा, चिगीपुरा,रोहडी,गुआडी आदि सहित दर्जनभर गांवों मे लगातार मूवमेंट बना हुआ है.. जिससे ग्रामीण अपनी और पशुओं की रखवाली के चलते समूह के रूप में पहरा दे रहे है..

बाघ को भाया सिमिर खोह,

क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया की बाघ टी 104 के द्वारा पिन्टू की मौत के बाद गांव मे लगातार मूवमेंट बना हुआ है.. बाघ हमले के बाद पांच बार क्षेत्र मे आ गया है.. लेकिन वन विभाग बाघ पर कार्यवाही तक नही कर सका..  वन विभाग द्वारा क्षेत्र मे गस्त की जा रही हैं..

 प्रशासन ने दी मृतक के परिजनों को सहायता राशि..

क्षेत्र के बाग गांव मे पिन्टू पुत्र रामसहाय माली की बाघ के हमले मौत हो गई थी.. जिस पर प्रशासन ने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने के लिए आश्वासन दिया था.. जिस पर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया के आदेश पर कार्यालय कानूनगो मौजीराम मीना,हल्का पटवारी ॠषिकेश मीना मृतक के घर पहुंच कर प्रशासन ने मृतक की पत्नी सुरेशी देवी को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का चैक सौपा.. इस दौरान गाव के पंच पटेल मौजूद रहे..

वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने बताया की बाघ हडिया की खोह से बाहर नहीं आ रहा है..खोह मे भी बाघ का मूवमेंट बना हुआ है..टीमें लगातार ट्रैकिंग कर रही हैं.. बाघ के खोह में किसी मवेशी का शिकार करने के भी सभावना है..बाघ के बाहर आने के बाद ही आगे कुछ किया जाएगा..

वाईट---ग्रामीण,


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.